BREKING NEWS : विशाखापत्तनम में योग का विश्व कीर्तिमान: इंटरनेशनल योगा डे 2025 पर भारत ने रचा इतिहास।


"आज जब दुनिया तनाव और अस्थिरता से जूझ रही है, योग हमें शांति की दिशा दिखाता है।" पीएम मोदी

2 लाख से अधिक प्रतिभागियों ने 26 किलोमीटर लंबे योग कॉरिडोर में भाग लिया, जो रामकृष्ण बीच से भोगापुरम तक फैला था।

विशाखापत्तनम। शनिवार क़ो इंटरनेशनल योगा डे 2025 के अवसर पर भारत ने एक बार फिर दुनिया को योग के माध्यम से एकता और स्वास्थ्य का संदेश दिया। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 3 लाख से अधिक लोगों ने एक साथ योग कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया।
इस ऐतिहासिक आयोजन में 22,000 से अधिक छात्रों ने एक साथ सूर्य नमस्कार किया, जबकि 2 लाख से अधिक प्रतिभागियों ने 26 किलोमीटर लंबे योग कॉरिडोर में भाग लिया, जो रामकृष्ण बीच से भोगापुरम तक फैला था।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में योग को "मानवता का पॉज़ बटन" बताते हुए कहा, "आज जब दुनिया तनाव और अस्थिरता से जूझ रही है, योग हमें शांति की दिशा दिखाता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योग अब भारत की सीमाओं से निकलकर वैश्विक चेतना का प्रतीक बन चुका है।
इस वर्ष की थीम "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" रही, जो पर्यावरणीय संतुलन और वैश्विक स्वास्थ्य के बीच गहरे संबंध को रेखांकित करती है।
कार्यक्रम में 25,000 आदिवासी छात्रों ने 108 मिनट तक सूर्य नमस्कार कर योग की जड़ों को ग्रामीण भारत तक पहुंचाने का संदेश दिया। आयोजन की सफलता में आंध्र प्रदेश सरकार, AYUSH मंत्रालय और स्थानीय प्रशासन की अहम भूमिका रही।
निष्कर्ष:  
इंटरनेशनल योगा डे 2025 ने न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर स्थापित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि योग आज भी लोगों को जोड़ने और स्वस्थ समाज की दिशा में प्रेरित करने की शक्ति रखता है।

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