मशरुम की खेती से किसान होगें मालामाल


 मशरुम की खेती से किसान होगें मालामाल, नौनिहालों को मिलेगा पोषण

मऊ। बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, कृषि विभाग तकनीकी सपोर्ट इकाई के पहल पर जिले में किसानों को मशरुम की खेती से जोडकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में जनपद में प्राथमिक एवं उच्च एवं कम्पोजिट विद्यालयों में मध्यान भोजन योजना अंतर्गत मशरूम आपूर्ति हेतु जिले के सीएचसी कामता एवं जिला शिक्षा विभाग के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित किये जाने के प्रश्चात बदराव ब्लाक के चिंहित 25 प्राथमिक एवं कम्पोजिट विध्यालयों में मध्यान भोजन में मशरुम को शामिल कर लिया गया। शुक्रवार को प्रशांत नागर, मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा कंपोजिट विद्यालय, ब्लॉक बडराव में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी व अन्य अधिकारीगण ने मशरुम वाली तहरी का जायका लिया और इस मौके पर उन्होंने कहा की मशरूम में पोष्टिक तत्वों की प्रचूरता होती है। इसके मध्यान भोजन में सम्मिलित होने से बच्चों को पोष्टिक आहार भी मिलेगा वही किसानों की आय दोगुनी होगी। जिले में किसानों द्वारा उत्पादित मशरूम की आपूर्ति एफपीओ द्वारा विद्यालयों को की जाएगी। किसानों को रोजगार का अवसर प्रदान करते हुए पुरे जिले के अन्य विद्यालयों के लगभग तीन लाख से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जा सकता है। इस मौके पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, डॉ. संतोष कुमार सिंह ने कहा कि इस पहल से विद्यालय में बच्चों के अतिरिक्त लाभ मिलने की उम्मीद की जाती है तथा इसके सकारात्मक परिणाम के उपरांत इसके उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा। जिसके आधार पर इसे जनपद के समस्त विकास खण्डों में संचालित करने पर विचार किया जायेगा। इस मौके पर  जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. संतोष कुमार सिंह, एफपीसी के मानवेदर प्रताप शाही, उप क़ृषि निदेशक एस पी श्रीवास्तव, जिला उद्यान अधिकारी संदीप गुप्ता जी उपस्थिति रहे।

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