असहायों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में वरदान है कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय

मऊ। शहर से लगभग बीस किलोमीटर दूर बड़राव ब्लाक में 13 वर्षों से सर्व शिक्षा समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत  कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जनपद द्वारा संचालित है। इस विद्यालय में 11 से 14 वर्ष की कक्षा पांच पास बालिकाओं का नामांकन किया जाता है एवं आवासीय पठन-पाठन के साथ निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जाती है। इस वर्ष  रिक्त स्थानों की पूर्ति के लिए कक्षा छह से आठ तक बालिकाओं का नामांकन अभियान चल रहा है।प्राथमिकता के तौर पर ड्रॉपआउट बालिकाएं  सामाजिक व शैक्षिक  रूप से पिछड़ी जाति,अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक वर्ग एवं गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले सामान्य जाति अनाथ बालिकाएं, एकल अभिभावक वाली बालिकाएं का प्रवेश मे वरीयता प्रदान की जाती हैं। कस्तूरबा गांधी सराय शादी की वार्डन नीलम ने बताया कि यह विद्यालय उनके लिए है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है, और उनको हर तरह से यहां पर सहयोग दिया जाता है, विद्यालय में आवासीय व्यवस्था की सुविधा,पौष्टिक भोजन एवं नाश्ते की व्यवस्था, निशुल्क  यूनिफॉर्म, जूता मोजा एवं गर्म कपड़े बिस्तर आदि,पठन-पाठन हेतु निशुल्क पाठ्य पुस्तकें , लेखन सामग्री दी जाती है। छात्राओं की पूर्ण सुरक्षा जिम्मेदारी पूर्वक की जाती है। महिला होमगार्ड एवं पुलिस गश्त की व्यवस्था। सत्र के दौरान जीवन कौशल प्रशिक्षण, अत्याधुनिक कंप्यूटर शिक्षण की व्यवस्था। खान एकेडमी द्वारा गणित शिक्षण की व्यवस्था ,व्यवसायिक शिक्षा फल संरक्षण प्रशिक्षण, सिलाई कढ़ाई, साइकिल रिपेयरिंग नाटय कार्यशाला प्रशिक्षण की व्यवस्था।बिजली,जनरेटर, सौर ऊर्जा, इनवर्टर द्वारा प्रकाश एवं पंखे की व्यवस्था। प्रत्येक विषय की प्रशिक्षित शिक्षिकाओं द्वारा शिक्षण की व्यवस्था आत्मरक्षा, जूडो कराटे, स्काउट गाइड शारीरिक शिक्षक द्वारा शिक्षण  प्रत्येक माह स्टाइपेंड छात्राओं के खाते में जाने की व्यवस्था, प्रत्येक छात्राओं के लिए लर्निंग कॉर्नर एवं लाइब्रेरी की व्यवस्था। प्रशिक्षित महिला डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण  चिकित्सा की भी व्यवस्था है।

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