कर्नाटक के रहने वाले आरोपी ने नदी में धक्का देकर की थी हत्या
आजमगढ़। बरदह थाना पुलिस ने स्थानीय थाने में दर्ज एक किशोरी को बहलाफुसला कर ले जाने व हत्या करने के आरोपी निखिल धोंडीवा कलावीकट्टी को मुखबिर की सूचना पर सारनाथ म्यूजियम गेट, वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया। बता दे कि बीते 18 फरवरी को मृतिका की मां द्वारा थाना बरदह पर शिकायत किया गया था कि वादिनी की पुत्री बिना चली गयी है और उसका अभी तक कुछ पता नही चला है। जिसके आधार पर थाना स्थानीय पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा पंजीकृत कर उ0नि0 भगत सिंह द्वारा विवेचना प्रारम्भ की गयी।दौरान विवेचना वादिनी द्वारा बताया गया कि मो0 9632354875 से मेरे पास फोन आया था बताया कि मै निखिल धोंडीवा कलावीकट्टी पुत्र धोंडीवा भागोजी कलावीकट्टी ग्राम सेटिहल्ली थाना एमकरमणी जिला बेलगांम, कर्नाटक से बोल रहा हूं आपकी लड़की मेरे साथ है और उसने मेरी लड़की से भी मेरी बात कराया। निखिल धोंडीवा कलावीकट्टी का नाम प्रकाश में आने के बाद पुलिस अपह्रता की बरामदगी हेतु कर्नाटक प्रांत के जिला बेलगाम थाना एमकरमणी पहुंची। थाना काक्ती में अपृह्ता का फोटो दिखाया गया जहां से पता चला कि इस लडकी का शव 15 मई को नदी मे मिला था। जिसका कोई वारिश नही था। पुलिस ने मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ते हुए आरोपी की गिरफ्तारी में लग गई। इसी क्रम में बुधवार को प्र0नि0 बरदह मय हमराह द्वारा मुकदमा उपरोक्त में प्रकाश में आये अभियुक्त निखिल धोंडीवा कलावीकट्टी पुत्र धोंडीवा भागोजी कलावीकट्टी ग्राम सेटिहल्ली थाना एमकरमणी जिला बेलगांम , कर्नाटक को मुखबिर की सूचना पर सारनाथ म्यूजियम गेट वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया।
फोन पर रांग नंबर से हुई दोस्ती में एक को मिली मौत तो दूसरे को जेल
आजमगढ़। बरदह पुलिस ने किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाकर उसकी हत्या करने के मामले में जो खुलासा किया है उससे यह बात सामने आई है कि मृतिका के फोन पर आए रांग नंबर से हुई दोस्ती से दोनो को करीब लाई। जिसमे किशोरी को मौत तो अभियुक्त निखिल धोंडीवा कलावीकट्टी को जेल। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त निखिल धोंडीवा कलावीकट्टी पुत्र धोंडीवा भागोजी कलावीकट्टी ग्राम सेटिहल्ली थाना एमकरमणी जिला बेलगांम, कर्नाटक ने बताया कि मै नम्बर डायल कर रहा था कि गलती से मृतिका को फोन लग गया और तभी से हमारी बात होने लगी। मोबाइल से कुछ दिन बात होने के बाद मै पीड़िता को लेकर चला गया था व किराये के मकान में रहने लगा। कुछ दिन बाद पीड़िता कहने लगी कि हमे गहना बनवा दो मैने कहा पैसा नही है लेकिन हमसे झगड़ा व कहा सुनी आये दिन करने लगी फिर मैने 12 मई को पीड़िता को घुमाने के बहाने से लेकर साथ में चला गया जब नदी पुल पर पहुँचा तो पीड़िता को पीछे से धक्का देकर नदी में ढकेल दिया कि पीड़िता मर जायेगी तब मै स्वतन्त्र हो जाउगां। पीड़िता जब नदी में गिर गयी व मर गयी तब मै वहां से भाग गया ।
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