सड़क का लम्बा हिस्सा घाघरा में विलीन, पहुंची विधायक

बांसडीह,बलिया। घाघरा नदी का जलस्तर खतरा विन्दु के नीचे है, लेकिन टीएस बंधे के किनारे के गांवों में कटान का कहर जारी है। कटान के कारण सुल्तानपुर, चक्की दियर का लगभग चार किलोमीटर का लम्बा हिस्सा सड़क पानी में विलीन हो गया है। टिकुलिया दियर में आधा दर्जन से अधिक लोग अपना रिहायशी पक्का व कच्चा मकान तोड़कर ईंट व अन्य सामान लेकर सुरक्षित जगह पर चले गये हैं। दियरांचल के भोजपुरवा, चक्की दियर आदि गांवों में भी लोग अपना सामान सुरक्षित कर रहें हैं। उधर बाढ़ विभाग प्लास्टिक की बोरियों में बालू, मिट्टी आदि भरकर कटान की जगहों पर डाल रहें हैं। सोमवार को विधायक केतकी सिंह ने बाढ़ विभाग के एक्सईएन संजय मिश्र व एसडीएम राजेश गुप्ता के साथ कटान क्षेत्र के गांवों में निरीक्षण किया। विधायक ने मिट्टी व बालू के साथ ईंट का टुकड़ा बोरियों में भरकर बांस की चाली में डालने को कहा जिससे कटान रोका जा सके। एक्सईएन संजय मिश्र ने एसडीओ व जेई को भोजपुरवा में बांस की चाली का घेरा बनाकर मिट्टी व बालू की बोरियों में ईंट मिलाकर डालने का निर्देश दिया। केतकी सिंह ने कटान प्रभावित लोगों से बातचीत कर एसडीएम से नदी किनारे के गांवों में पशुओं को चारा व उनके टीकाकरण कराने को कहा। चक्की दियर, भोजपुरवा, टिकुलिया, ककड़घटटा, खादीपुर, सुल्तानपुर आदि गांवों के लोगों का सरयू नदी प्रतिदिन दस एकड़ खेती की जमीन नदी में विलीन कर रही है।
किसानों ने उठाई मुआवजे की आवाज सुल्तानपुर क्षेत्र में सरयू नदी की कटान सैकड़ों एकड़ किसानों की खेती की जमीन नदी में विलीन हो गई है। भोजपुरवा घाट के सामने ग्रामीणों ने विधायक केतकी सिंह व एसडीएम बांसडीह राजेश गुप्ता से नदी में विलीन उनके खेतों के लिए मुआवजा देने की मांग किया। केतकी सिंह ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन में भेजकर मुआवजा दिलाने का प्रयास करूंगी। इस मौके पर संजय सिंह, आदित्य सिंह, रामनाथ सिंह, चन्द्रिका श्रीवास्तव, संतोष सिंह, सुदामा सिंह, अभय सिंह, श्रीनिवास सिंह, निर्भय नारायन सिंह, चंदन सिंह, आदि थे।

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