लालगंज में 'पहलवान' और आजमगढ़ में 'पाल' के हाथ में भाजपा की कमान

-सांगठनिक तौर पर दोनों जिलों के बदले गए भाजपा जिलाध्यक्ष
-अंतरराष्टÑीय पेंचक सिलाट में कांस्य पाकर चमक चुके हैं सूरज
-नासिक व श्रीनगर में नेशनल प्रतियोगिता में दो बार पा चुके हैं सोना
आजमगढ़। मिशन 2024 को फतह करने के लिए भाजपा ने अपनी ओर से संगठन को और भी
मजबूत बनाने का काम शुरू कर दिया है। कई जिलों के जिलाध्यक्षों को बदलने
के क्रम में भाजपा के सांगठनिक दोनों जिलों के अध्यक्षों को भी बदल दिया
गया है। नई सूची के अनुसार लालगंज जिले में 'पहलवान' और आजमगढ़ में 'पाल'
के हाथों में भाजपा की कमान सौंपी गई है।
लालगंज के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष सूरज प्रकाश श्रीवास्तव के राजनीतिक
इतिहास पर गौर करें तो सूरज प्रकाश श्रीवास्तव के पिता सतीश चंद
श्रीवास्तव कलेक्ट्रेट में वकालत करते हैं। मूल रूप से ग्राम व पोस्ट
बीबीपुर कदीम, निजामाबाद के रहने वाले सूरज शहर के सिधारी क्षेत्र के
जमालपुर स्थित कृष्णा नगर कालोनी में रहते हैं।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक तथा लखनऊ
विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन विषय व में स्नातकोत्तर की उपाधि के अलावा
मास्टर आफ सोशल वर्क व शिक्षा स्नातक की उपाधि भी प्राप्त कर चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी में वर्ष 2011 से जुड़कर कार्य कर रहें हैं। वर्ष 2013
से 2018 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के सबसे लंबे समय तक जिलाध्यक्ष और
भाजयुमो गोरखपुर के प्रभारी रह चुके हैं। इससे पहले वर्ष 2019 से अब तक
जिला महामंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। दूसरी इससे बड़ी उपलब्धि
यह कि वर्ष 2019 में थाईलैंड में आयोजित इंटरनेशनल पेंचक सिलाट
प्रतियोगिता में कांस्य तो वर्ष 2020 में नासिक और 2021 में श्रीनगर में
आयोजित राष्टÑीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं।
 आजमगढ़ के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण पाल तहसील सगड़ी के गढ़वल गांव
के निवासी हैं। छात्र जीवन में 1974 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से
जुड़े। भाजपा से जुड़ने के बाद भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री, अध्यक्ष और
भाजपा के जिला मंत्री और महामंत्री पद पर भी रह चुके हैं। गोपालपुर
विधानसभा क्षेत्र से चार बाद भाजपा के ही टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं।
हालांकि, एक बार भी जीत नहीं मिली थी। वर्तमान में भाजपा प्रदेश कार्य
समिति के सदस्य हैं। मनोनयन पर ध्यान दिया जाए, तो पार्टी ने अनुभवी के
साथ युवा को भी जिम्मेदारी देकर मिशन 2024 फतह से पहले समाज को संदेश
देने का प्रयास किया है।

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