पहले ही दिन लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने छोड़ी अपनी छाप
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया आजमगढ़ महोत्सव का शुभारंभ
हर प्रस्तुति पर दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा पंडाल
आजमगढ़ : राजकीय पालिटेक्निक परिसर में आयोजित आजमगढ़ महोत्सव के पहले दिन लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने अपनी प्रस्तुति की छाप छोड़ी, तो वहीं संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली ने ब्रज की होली और जस्सू खान ने राजस्थानी लोक गायन से सभी को मुग्ध कर दिया। इससे पहले कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने महोत्सव का उद्घाटन किया। उसके बाद मैथिली ठाकुर ने रामा-रामा रटते-रटते बीती रे उमरिया से कार्यक्रम का आरंभ किया।
मैथिली ठाकुर ने मंच पर पहुंचने से पहले ही वहां पर प्रस्तुत करने वाली अपनी रचना को सुनाकर लोगों को प्रभावित कर दिया। उन्होंने 'अमृत है हरिनाम जगत में, अमृत है हरिनाम जगत में, इसे छोड़ विषय विष पीना क्या, हरिनाम नहीं तो जीना क्या' सुनाकर लोगों को प्रभावित कर दिया। उसके बाद उन्होंने अपनी श्रृंगार रस की रचना 'पिया मेहंदी लियाइदा मोती झील से, जाइके साइकील से ना, पिया मेहंदी लियाइदा छोटी ननदी से पिसाई दा, हम लगाई लेबे कांटा और कील से जाके साइकील से ना।' सुनाकर लोगों के समक्ष अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। आजमगढ़ महोत्सव में आने के अपने अनुभव के बारे में बताया कि बहुत उत्साहित हूं। पहली बार आने के लिए डीएम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहां के लोग मुझे पहले से लाइक करते रहे हैं। फिलहाल दिल्ली में रहती हूं और कई स्थानों पर अपना कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुकी हूं। यहां बुलाने के लिए पूरे जनपद वासियों को धन्यवाद दिया।
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महोत्सव से उजागर होगी जिले की विशिष्टता : शाही
आजमगढ़ : राजकीय पालिटेक्निक परिसर में आयोजित आजमगढ़ महोत्सव का शुभारंभ करने पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपनी सरकार की प्रशंसा के पुल बांधते हुए कहा कि जिले में महोत्सव का आयोजन प्रसन्नता की बात है। इसके माध्यम से जिले के विकास और गौरवशाली अतीत, कला और विशिष्टता उजागर होगी। कहा कि पीएम ने विकसित भारत का संकल्प लिया है। ओडीओपी के कारण देश में पहचान बन रही है। यूपी के विरासत को आगे बढ़ाने का काम सीएम ने भी किया है, क्योंकि इसी प्रदेश में काशी, अयोध्या, मथुरा, सारनाथ, काशी नगरी, विंध्य धाम है। सीएम पर्यटन विकास को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
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