मंदिर से लेकर मोटर गैराज की साफ-सफाई में जुटे रहे लोग
अनुपयोगी सामान खरीदने को सुबह से घूमते रहे कबाड़ी
सजावट के लिए की गई पुष्पमाला, झंडी-पताका की बिक्री
आजमगढ़ : आम तौर पर रविवार को साप्ताहिक बंदी रहती है, लेकिन इस बार उन दुकानों के ताले जरूर खुलेंगे, जहां वाहनों की बिक्री या फिर मरम्मत का काम होता है। कारण यह कि रविवार को देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की पूजा होनी है।
तकनीकी कार्य से जुड़े लोगों में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह रहा। दीपावली की तरह से मोटर गैराज से लेकर विश्वकर्मा मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई-पोताई की गई। सरकारी प्रतिष्ठानों में रोडवेज, लोकनिर्माण विभाग के कार्यशाला कर्मचारियों में भी उत्साह दिखा। प्रतिष्ठानों की सजावट के लिए बाजारों में पुष्पमाला, झंडी-पताका की दुकानें सज गई थीं, तो पूजन सामग्री के साथ फल और मिष्ठान की भी खूब खरीदारी हुई। खास बात यह कि जिस तरह से लोग होली, दीपावली में अपने लोगों को आमंत्रित करते हैं उसी तरह से इस पूजा पर्व में मोटर गैराज वालों ने उन लोगों को विशेष रूप से आमंत्रित किया है, जिनकी गाड़ी की मरम्मत उनके यहां होती है। देर शाम तक शिल्पदेव भगवान विश्वकर्मा की पूजा को लेकर तकनीकी प्रतिष्ठानों में तैयारियां लगभग पूरी हो गई थीं। विश्वकर्मा मंदिर में प्रतिमा का रंग-रोगन किया गया। फोटो फ्रेमिंग का काम करने वालों ने भगवान विश्वकर्मा के चित्र को मढ़कर रख दिया था। उधर पूजा के लिए अधिकतर स्थानों पर पुरोहितों को पहले से आमंत्रित किया गया है।
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