प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे : एडीएम
मऊ। अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अनुश्ररण समिति एवं निपुण भारत मिशन हेतु गठित टास्क फोर्स की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद के समस्त विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं जिसमें रास्ता, स्वच्छ पेयजल, सुलभ शौचालय, बिजली सहित अन्य व्यवस्थाएं ठीक करा लें, आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में ही बूथ बनाए जाते हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए समस्त व्यवस्थाएं दुरुस्त करा लें। समस्त खंड शिक्षा अधिकारी एवं एआरपी तथा एसआरपी को निर्देशित किया गया कि जिला टास्क फोर्स की प्रगति ठीक करने हेतु नियमित भ्रमण करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि निपुण शिक्षा के अंतर्गत माह दिसंबर 2023 तक 80% बच्चे निपुण हो जाएंगे। अपर जिलाधिकारी द्वारा समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि कस्तूरबा बालिका विद्यालयों का नियमित भ्रमण करते रहें तथा आवश्यक व्यवस्थाएं ठीक करें, जिससे बच्चियों को किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता को विशेष ध्यान देकर सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि शिक्षा के गुणवत्ता की रिपोर्टिंग ऑनलाइन देखी जा रही है कमियां पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही निर्धारित की जाएगी।
बैठक के दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी/जिला प्रवेशशन अधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि महिला कल्याण विभाग द्वारा चारों तहसीलों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, दहेज प्रतिषेध दिवस अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम कराये जा रहे हैं। यह कार्यक्रम 25 नवंबर से 27 नवंबर तक विशेष अभियान स्वरूप चलाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि दहेज लेने दहेज देने, दहेज के लिए उकसाने अथवा इसके लेनदेन में सहभागी होने पर न्यूनतम 5 वर्ष की कैद एवं 15 हजार रुपए का जुर्माना हो सकता है। यदि किसी पक्षकार के मां-बाप अभिभावक अथवा रिश्तेदार किसी भी तरह प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से दहेज की मांग करते हैं तो उन्हें कम से कम 6 माह एवं अधिकतम 2 वर्ष के कारावास की सजा हो सकती है। इसके साथ ही 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि दहेज प्रथा को बंद करने के लिए अभिभावकों तथा विद्यालयों में नुक्कड़ नाटक तथा विभिन्न कार्यक्रम कर लोगों को जागरूक करें, जिससे दहेज प्रतिषेध दिवस सफल हो सके।
बैठक के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी जिला प्रोबेशन, अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित समस्त खंड शिक्षा अधिकारी एवं एआरपी तथा एसआरपी उपस्थित रहे।
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