साहित्य के साथ ही समाज के प्रकाश स्तम्भ थे डॉ0 कन्हैया- जयनाथ सिंह

आजमगढ़। जनपद के मूर्धन्य साहित्यकार डॉ0 कन्हैया सिंह की स्मृति में उनके निवास ठण्डी सड़क मड़या पर संचालित व्याख्यानमाला के दूसरे दिन जनपद के चिकित्सकों और अधिवक्ताओं ने अपने विचारों के माध्यम से उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि डॉ0 साहब का विराट व्यक्तित्व सिर्फ लेखनी के दायरे में ही व्याख्यायित नहीं किया जा सकता उन्होंने अपने सामाजिक दायित्वों को भी भरपूर निभाया।समाज के गरीब तबके से आने वाले वनवासी आश्रम समाज के बच्चों की शिक्षा दीक्षा पर भी उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया था इसलिए डॉ0 सिंह को साहित्य के साथ ही समाज का प्रकाश स्तम्भ भी माना जाना चाहिए।
वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक डॉ0 भक्तवत्सल ने कहा कि सदियों में ऐसे व्यक्तित्व जन्म लेते हैं डॉ0 साहब के महनीय व्यक्तित्व ने जनपद के नाम देश प्रदेश में भी रोशन किया है। सहायक शासकीय अधिवक्ता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ0 साहब का व्यक्तित्व और कृतित्व सदियों तक स्मरण किया जाता रहेगा। व्याख्यानमाला में रामबचन सिंह,हरीश तिवारी जिला महामंत्री भाजपा,हरिकेश यादव प्रतिनिधि सदर सांसद,डॉ0 देवेश,अवनीश कुमार सिंह, एस एन श्रीवास्तव,स्वतंत्र सिंह मुन्ना, डॉ0अवनीश राय, डॉ0 अनुतोष वत्सल,डॉ0 चंद्रशेखर सिंह,विनीत सिंह 'रिशु', अखिलेश सिंह'मुन्ना',विनीत सिंह, विनम्रसेन सिंह आदि उपस्थित रहे। संचालन ले0 डॉ0 पंकज सिंह ने किया।

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