नौनीहालो के भविष्य के साथ खिलबाड़
बीएसए से लगाए एबीएसए तक दिखे लापरवाह,सवाल पर बने अंजान
पहले दिन ही शुचिता की खुली पोल,एक ही लिफाफे में कई दिनों के मिले प्रश्नपत्र
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की कक्षा एक से पांचवी तक की परीक्षा सोमवार से पूरे जनपद में शुरू हुई। शासन के निर्देश के अनुसार कक्षा एक की परीक्षा मौखित तथा दो, तीन, पांच की परीक्षा लिखित रुप से शुरू हुई। परीक्षा के पहले दिन नही शुचिता पूर्ण परीक्षा कराने के दावे तार-तार होते दिखाई दिए। जब कक्षा दो के हिंदी के प्रश्न पत्र के लिफाफे में 22 मार्च को होने वाली हिंदी के कक्षा तीन के प्रश्न पत्र व 23मार्च को होने वाले कक्षा चार व पांच के हिंदी के प्रश्न पत्र एक साथ पाए गए। इसी तरह कक्षा तीन के पहली पाली में सामाजिक विषय के लिफाफे में 22 मार्च को कक्षा चार व पांच के प्रश्न पत्र जनपद के सभी विद्यालयों पर पाए गए। वही चार व पांच के गणित के प्रश्न पत्र के लिफाफे में 23 मार्च को कक्षा दो व तीन के गणित के प्रश्न पत्र पाए गए। जनपद की परीक्षा में लाखों रुपये खर्च कर शुचिता पूर्ण परीक्षा कराने के दावे के बीच इस तरह की लापरवाही हो रही हो और इस पर जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग के मुखिया समीर से प्रश्न करने पर उन के द्वारा इन बातों की जानकारी न होना कहा जाए तो बीएसए सरकार के दावे के प्रति कितने जागरुग है इस पर एक बड़ा सवाल उठता है। इस विषय में जब बीएसए समीर सहित कई खंड शिक्षाधिकारी से बात की गई तो जनपद के खंड शिक्षाधिकारी यह भी नहीं बता पाए कि आज किस विषय की परीक्षा संचालित हो रही है। इस विषय में जब खंड शिक्षाधिकारी अजमगतढ़ से बात की गई तो उन्होंने इस गलती को छुपाने के लिए शब्दों के आवरण का प्रयोग करते हुए कहा कि प्रश्न पत्र तो एक लिफाफे में भले ही पाए गए है लेकिन हमें अपने प्रधानाध्यापकों भरोसा है। खंड शिक्षाधिकारी तहबरपुर व्यासदेव से इस विषय में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम ने परीक्षा का टाइम टेबल नहीं देखा है इस लिए हमें पता नहीं है कि आज किस विषय की परीक्षा है। परीक्षा को महत्वपूर्ण न बताते हुए प्रश्न पत्रों का खुल जाना या एक ही लिफाफे में कई कक्षाओं प्रश्न पत्रों का एक ही लिफाफे में होना कोई बड़ी बात नहीं है। अब जब ब्लाक स्तर के अधिकारी को पहले दिन की संचालित हो गई परीक्षा के बारे में ही नहीं पता है तो वह इन परीक्षायों के प्रति कितना जिम्मेदार होगे। इस विषय में जब कई विद्यालयों में बात की गई तो कहा गया कि प्रश्न पत्र जिले से आया है। हमारे द्वारा यही कोशिश रहेगी कि परीक्षा की शुचिता बरकरार रहे। वही जिला बेसिक शिक्षाधिकारी के कार्यालय में परीक्षा संबंधित बाबू विनोद चैबे ने कहा कि परीक्षा बहुत महत्वपूर्ण नहीं है,अगर ऐसी कोई गलती हुई है तो सुधारा जाएगा। वही बीएसए समीर इस गलती को स्वीकार करने को तैयार नहीं थे। जब संवाददाता द्वारा बताया गया तो उन्होंने जिम्मेदारों के प्रति कार्यवाही किए जाने की बात कही।
दोषियों पर होगी कार्यवाही : बेसिक शिक्षा अधिकारी समीर
आजमगढ़। प्राथमिक विद्यालय में शुरू ही परीक्षा के दौरान अलग-अलग लिफाफे में प्रश्न पत्र भेजे जाने की जगह एक ही लिफाफे में अलग-अलग तिथियों के प्रश्न पत्र भेजे जाने के मामले में बेसिक शिक्षाधिकारी समीर ने कहा कि परीक्षा की शुचिता से कोई समझौता नहीं होगा। इसके लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके प्रति कठोर कार्यवाही होगी। अब देखना चिलचस्प यह होगा कि 22 व 23 मार्च के प्रश्न पत्र जो 20 मार्च को परीक्षा के दौरान एक ही लिफाफे में पाए गए थे उनपर बेसिक शिक्षाधिकारी क्या कार्यवाही करते है। परीक्षा उन्ही प्रश्न पत्रों से होती है या पिफर परीक्षा की शुचिता के बड़े दावे करने वाले बीएसए इस पर कोई कठोर निर्णय लेने के साथ प्रश्न पत्रों के लिफाफे मे बदलाव करते है।
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