आजमगढ़। चन्दाकुंज शिवाजी नगर कालोनी निज निवास पर शनिवार देर रात्री को ओजस समाज सेवा संस्थान के तत्वाधान में स्व0 धनश्याम मौर्य की तृतीय पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर सभी द्वारा पुष्प अर्पित करते हुए काव्य संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर गीता सिंह "शिक्षक श्री"ने एवम संचालन साहित्यकार जय हिन्द सिंह हिंद ने किया।
प्रो0 गीता सिंह "शिक्षक" ने कहा कि स्व0 धनश्याम मौर्य एक कुशल शिक्षक एवं समाज सेवी थे । उनके जीवन के बारे में जितना भी कहा जाय वह कम होगा । वह हम लोगों के बीच हमेशा यादगार बने रहेगें। काव्य गोष्ठी में आपने "जख्म दिल के किसी को दिखाए नही,साथ छूटा तेरा मुस्कुराए नही, हाथ की मेहदी मेरे चढ़ी ही नही,इस कदर चोट खाए बताएं नही सुनाकर उन्हें याद किया।
प्रो0 अखिलेश चन्द्र ने अपने भोजपुरी गीत आईजा आईजा अँगनवाँ हमार सुगना सुनाकर उन्हें याद किया।शायर ताज आजमी ने कहा कि स्व0 धनश्याम जी आज हम लोग के बीच नही हैं परन्तु उनकी याद सदा हमारे बीच में यादगार बनी रहेगी।
साहित्यकार जय हिन्द सिंह 'हिन्द' ने अपने सामाजिक गीत "जिस घर में बुजुर्गो का सम्मान नही होता, उस घर का देखिए कभी उत्थान नही होता" को सुनाया।
कार्यक्रम में श्री शैलेन्द्र मोहन राय अटपट, डा0 मोनिका शर्मा, डॉ0 मुस्ताक अहमद, लेफ्टिनेंट चन्दन कुमार, आदित्य आजमी, मलका परवीन, शालिनी राय, रामदुलारे मार्य, अरुण मौर्य, केदार वर्मा, अनुराधा मौर्य, स्व0 घनश्याम मौर्य की पत्नी चन्दा मौर्य पुत्री अन्नू मौर्य, भतीजी प्रियंका मौर्य पुत्र अश्वनी मौर्य, बड़े भाई हरबंश मौर्य, भतीजे डॉ0 कुलभूषण मौर्य, अम्बरीष मौर्य, चन्द्रभूषण मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे।
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