महात्मा गांधी ने स्वाधीनता संग्राम की लड़ाई में प्राण वायु भरदी गोप

बाराबंकी। गांधी को पढ़ना, उनको समझना, फिर उन तक पहुंचने की कोशिश, साधारण काम नहीं है। यह उस महात्मा का आत्मबल था कि हताशा और गुलामी से पथराए देश में उन्होंने स्वाधीनता संग्राम की प्राण वायु भर दी। यही प्राण वायु आंधी बन गई। उनका एक एक विचार उनके कर्म की कसौटी पर खरा उतरता है। यह बात गांधी भवन में गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट द्वारा आयोजित महात्मा गांधी सप्ताह के अर्न्तगत गांधी जयन्ती समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अरविन्द कुमार सिंह गोप ने कही। गोप ने गांधी जयन्ती पर गांधी भवन में झण्डारोहण किया और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने चरखा चलाया और गांधी जी के दिखाए गए मार्ग पर चलने का संदेश दिया। वहीं बालाजी का बचपन स्कूल की छात्राओं ने गांधी भजन और राम धुन की मनमोहक प्रस्तुति से सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभा की अध्यक्षता समारोह के अध्यक्ष एवं समाजसेवी मो. उमैर किदवई ने की। गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट के संयोजक राजनाथ शर्मा ने कहा कि डॉ. राममनोहर लोहिया का समाजवादी दर्शन ही गांधी का रामराज्य है। गांधीजी ने दुनियाभर के चिन्तकों को अपने विचारों से प्रभावित किया। अभी गांधी के सपनों के भारत को साकार करने के लिए हमें लम्बा सफर तय करना है। ऐसा माहौल कायम करने की आवश्यकता है, जहां लोगों में गांधीवाद और गांधी मूल्यों के प्रति आस्था और विश्वास बना रहे। भाजपा नेता एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विवेक सिंह वर्मा ने कहा कि भारत में लोग गांधी को भूलते जा रहे हैं। नयी पीढी के बच्चे गांधी के विचारों को उन अर्थों में नही समझ पा रहे है जिन अर्थों में जुड़ना चाहिये। यह दायित्व हमारा है कि हम गांधी के विचार नयी पीढ़ी तक पहुँचायें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मो. उमैर किदवई ने कहा कि महात्मा गांधी सत्य के बाद मानवता के हामी थे। उनकी मानवता दया एवं परोपकार पर आधारित थी। गांधी कल भी प्रासंगिक थे, आज भी है और कल भी रहेगें। सभा का संचालन पाटेश्वरी प्रसाद ने किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से रामनगर विधायक फरीद महफूज किदवई, पूर्व विधायक सरवर अली खान, समाजसेवी अंकुर माथुर, साझी विरासत के संयोजक परवेज अहमद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवशंकर शुक्ला, दानिश आजम वारसी, वरिष्ठ अधिवक्ता बलराम सिंह, मोहम्मद सबाह, सलाउद्दीन किदवई, सलाहउद्दीन किदवई, अशोक शुक्ला, मृत्युंजय शर्मा, राम मनोरथ वर्मा, उमेश श्रीवास्तव, हुमायूं नईम खान, नीरज दूबे, विनोद भारती, विजयपाल गौतम, अजीज अहमद, सभासद अश्वनी शर्मा आदि कई लोग मौजूद रहे।

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