धूमधाम से मना पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह का महापरिनिर्वाण दिवस

 आजमगढ़। पूर्वांचल जन मोर्चा एवं अखिल भारतीय ठठेरा कसेरा ताम्रकार महासभा वह अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के साथ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के संयुक्त तत्वाधान में महामहिम पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ज्ञानी जैल सिंह साहब का 30 वा परिनिर्वाण महोत्सव एवं सम्मान समारोह का कार्यक्रम मोर्चा कैंप कार्यालय कलेक्ट्री कचहरी नगर पालिका रोड आजमगढ़ में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माया देवी ठठेरा महिला प्रदेश अध्यक्ष महासभा एवं संचालन जिला अध्यक्ष  हरेंद्र चौहान रालोजपा ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राजेश कुमार राय सोशल वर्कर शिक्षक नेता एवं आयोजक और संयोजक महासभा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश संयोजक शिव मोहन शिल्पकार लोगों द्वारा महामहिम के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया मुख्य अतिथि राजेश राय द्वारा उनके जीवन पर चर्चा करते हुए लोगों से उनके विचारधारा पर चलने का आवाहन किया और सामाजिक गतिविधि पर बल देने के लिए जाति जैसी कूटनीतियों को समाप्त करने की आवश्यकता है।  कार्यक्रम के आयोजक संयोजक श्री शिल्पकार ने कहा कि महामहिम देश के सातवें राष्ट्रपति थे सिख धर्म के विद्वान वह पंजाब के मुख्यमंत्री एवं देश के गृह मंत्री वह रक्षा मंत्री रहते हुए देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति पद से सुशोभित हुए अपनी इच्छा शक्ति सत्य निष्ठा के राजनीतिक कठिन रास्तों को पार करते हुए देश के विभिन्न पदों पर गौरवमई होते हुए देश की सेवा किया इनका जन्म 5 मई 1916 को ब्रिटिश हुकूमत में पंजाब प्रांत फरीदकोट से 4 किलोमीटर दूर संधवान ग्राम में हुआ था इनके पिता का नाम किशन सिंह था जब वह 11 माह के थे उनकी माता इनदर कौर का निधन हो गया देश का प्रेम उनके रगों में कूट-कूट कर भरा हुआ था उन्होंने मात्र 15 वर्ष की आयु में ही ब्रिटिश सरकार एवं सामंती ताकतों के खिलाफ काम कर रही अकाली दल की सदस्यता ले ली 1938 में प्रज्ञा मंडल नामक एक राजनीतिक पार्टी का गठन किया जो भारतीय कांग्रेस से साथ मिलकर ब्रिटिश विरोधी आंदोलन किया करती थी जिसकी वजह से कई बार जेल गए और उन्हें 5 वर्ष की सजा सुनाई गई इन्हीं सब संघर्षों के कारण इनका नाम बदलकर जैल सिंह रख दिया गया 25 दिसंबर 1994 को एक कर दुर्घटना होने से उनका निधन हो गया अपने हक अधिकारों के लिए महामहिम के मार्गों पर चलना पड़ेगा और सामाजिक-आर्थिक के साथ राजनीतिक पहलुओं से होकर गुजरना होगा चाहे उसके लिए कुछ भी करना पड़े एक जुटता का परिचय देना अति आवश्यक है। विशिष्ट अतिथियों के रूप में यशवंत सिंह चौहान अधिवक्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महिला मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष सुर्यमुखी गोंड अति पिछड़ा एवं अति दलित महासंघ के साथ अन्य अतीत गणों द्वारा उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों   एवं पत्रकार बंधुओ को  श्री भगवान विश्वकर्मा एवं बौद्ध सत्य भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर साहब के चित्रों के साथ अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।     करके में उपस्थितसर्वश्री:-चंद्रमी गौतम, संजू गोंड, माधुरी गौतम, ऊषा गौतम, सुनीता विश्वकर्मा, कामिनी गुप्ता, रामसरन राम, अनिल विश्वकर्मा, राम लगन विश्वकर्मा, लालजी सोनकर, अवधेश ठठेरा, राजकुमार ठठेरा,सुक्लेश प्रधान, नूर सबा , शांति देवी,सुदामी सुमित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। 

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