मेरठ। मेरठ में अंसल ग्रुप के निदेशक और प्रबंधकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। यह एफआईआर क्राइम ब्रांच से सेवानिवृत्त सीओ बचन सिंह सिरोही की शिकायत पर परतापुर थाने में दर्ज हुई है। आरोप है कि फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें सिंचाई विभाग की जमीन पर प्लॉट आवंटित कर 27.36 लाख रुपये हड़प लिए गए।पीड़ित बचन सिंह सिरोही मूल रूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं और वर्तमान में पल्लवपुरम के अंसल टाउन में निवास कर रहे हैं। उन्होंने एसएसपी को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि 14 जून 2014 को अंसल ग्रुप की सुशांत सिटी परतापुर में उन्हें एक प्लॉट आवंटित किया गया, जिसके बदले उन्होंने 12.36 लाख रुपये जमा किए।
इसके बाद फर्म के प्रबंधक अतुल शर्मा ने उन्हें बताया कि निदेशक सुशील अंसल और प्रणव अंसल के निर्देश पर प्लॉट की कीमत में बढ़ोतरी हुई है, और उन्हें शेष 15 लाख रुपये और जमा करने होंगे।बचन सिंह ने यह रकम भी जमा कर दी, लेकिन आरोप है कि इस 15 लाख रुपये की रसीद उन्हें आज तक नहीं दी गई। इतना ही नहीं, प्लॉट का न तो उन्हें कब्जा दिया गया और न ही कोई निर्माण कार्य शुरू कराया गया।बचन सिंह का आरोप है कि उन्हें जो प्लॉट आवंटित किया गया, वह सिंचाई विभाग की भूमि पर स्थित है, जिस पर मेरठ विकास प्राधिकरण ने रोक लगा रखी है। यह भी आरोप है कि अंसल ग्रुप ने फर्जी कागजात तैयार कर उन्हें गुमराह किया और करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया।
एसएसपी के आदेश पर परतापुर थाना पुलिस ने अंसल ग्रुप के निदेशक सुशील अंसल, प्रणव अंसल और प्रबंधक एपी शर्मा व अतुल शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में एफआईआर दर्ज की है। एएसपी ब्रह्मपुरी अंतरिक्ष जैन ने बताया कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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