पूर्व जिपं अध्यक्ष विक्रम सिंह ने उनके जीवन को बताया आदर्श पाठ
जयंती के पूर्व संध्या पर याद किये गये महाराणा प्रताप
मां सरस्वती कोचिंग सेंटर के बच्चों ने सेना की वेश-भूषा में प्रस्तुत किया सांस्कृतिक कार्यक्रम, मोहा मन
आजमगढ़। देश के वीर पुत्र महाराणा प्रताप की जयंती के पूर्व संध्या पर महाराणा जनता पार्टी द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये लोगों को स्वाभिमानी राष्ट्रवाद से ओतप्रोत किया। यह आयोजन महाराणा जनता पार्टी
द्वारा शाहगढ़ स्थित अपने कार्यालय पर किया गया। जिसका शुभारंभ पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विक्रम बहादुर सिंह व महाराणा जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशिप्रकाश सिंह मुन्ना द्वारा महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर किया गया। इसके बाद भारत माता के तस्वीर के सामने भारतीय सेना के वेशभूषा में मां सरस्वती कोचिंग सेंटर के मासूम बच्चों ने महाराणा प्रताप के जीवन के बारे में विस्तार से बताया और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर राष्ट्र के सम्मान और गौरव के लिए कभी समझौता न करने का संकल्प लिया। इस दौरान हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई के वेश-भूषा में बच्चों ने लोगों को जोडने संदेश दिया।
मुख्य अतिथि विक्रम बहादुर सिंह ने कहाकि महराणा प्रताप का जीवन एक आदर्श और अनुकरणीय पाठ है। उन्हें अपने मातृभूमि के लिए हर तरह का संघर्ष किया लेकिन कभी भी भारत माता के शीश को झुकने नहीं दिया। आज उनके आदर्शो पर चलकर ही देश के सीमाओं की रक्षा हो सकती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि आज भारत की नींव महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों के प्राणों की आहुति के दम पर ही खड़ी है लेकिन आज तक उन्हें भारत रत्न नहीं दिया जा सका। उन्होंने भाजपा को आडे हाथों लेते हुए कहाकि संविधान शिल्पी की जयंती देश की सबसे बड़ी पार्टी पांच दिन मनाती है लेकिन देश के वीर पुत्र जिनके जीवन से हमें स्वाभिमान, राष्ट्रवाद, शौर्य, पराक्रम की प्रेरणा मिलती है उनकी जयंती मनाने से वह कतराती हैं। एमजेपी मांग करती है कि महात्मा गांधी, संविधान शिल्पी के चित्र के साथ में हर सरकारी गैर कार्यालयों में महाराणा प्रताप का चित्र लगवाया जाए, उन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए।
आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए एमजेपी जिलाध्यक्ष पवन सिंह ने कहाकि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के स्लोगन के आगे सभी महापुरूषों का सम्मान भी जोड़ने का समय है ताकि देश के बच्चे-बच्चे में महापुरूषों के प्रति सम्मान का भाव सृजित किया जा सकें। इस दौरान अन्य वक्ताओं ने महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा कर उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की। अंत में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भर्त्सना करते हुए मृतकों को श्रद्धाजंलि दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता विवेक सिंह व संचालन उमेश दास जी महराज ने किया।
इस अवसर कमलेश चौहान, प्रदीप मद्देशिया, डॉ सुभाष सिंह, सूरज माही, राजू प्रज़ापति, विशाल कन्नौजिया, डॉ सुदर्शन चौहान, बृजेश चौहान, विजय प्रज़ापति सहित अन्य लोग मौजूद रहें।
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