शिक्षा, बेरोजगारी व जातीय-धार्मिक हिंसा के मुद्दे पर मायावती का स्पष्ट रुख, भाजपा-सपा के लिए बन रही चुनौती।
सपा- भाजपा व कांग्रेस के कुछ नेता बसपा में शामिल होने की कर रहे तैयारी।
लख़नऊ। बहुजन समाज पार्टी की हालिया सक्रियता ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। मायावती की नई रणनीति, विशेष रूप से शिक्षा, बेरोजगारी व जातीय-धार्मिक हिंसा के मुद्दे पर उनका स्पष्ट रुख, भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए चुनौती बन रही है इसके अलावा, आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए सपा- भाजपा व कांग्रेस के कुछ नेता बसपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे बहुजन समाज पार्टी को बड़ा फायदा हो सकता है। आपको बता दें कि बसपा में जिस तरह से आकाश आनंद को मुख्य नेशनल कोआर्डिनेटर बनाया गया और जिम्मेदारी दी गई इससे बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता काफ़ी उत्साहित है, और कार्यकर्ता जमीन पर उतरकर कार्य करते नजर आ रहे हैं,। बसपा कार्यकर्त्ता 2027 के विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने का दम भर रहे है।
राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि बसपा की सक्रियता आगामी चुनावों में किस तरह से असर डालती है।
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