लापता होने की कहानी
यूसुफपुर गांव निवासी और शांति नगर कॉलोनी, मुज़फ्फरनगर में रह रहे अन्नू चौधरी हर दिन की तरह 5 मई को दोपहर को अपने कोचिंग सेंटर के लिए घर से निकले थे। लेकिन वे सेंटर नहीं पहुंचे। उसी शाम करीब पांच बजे उनकी बाइक, मोबाइल फोन, किताबें और जूते निरगाजनी झाल के पास गंगनहर पटरी पर पड़े मिले। खेत में काम कर रहे किसान ने यह देख पुलिस को सूचना दी।भोपा थाना पुलिस ने परिजनों और गोताखोरों की मदद से गंगनहर में तलाश शुरू की थी। 11 मई को बेलड़ा गांव के पास शव मिलने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। थाना प्रभारी ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि रिपोर्ट में आर्म्स इंजरी पाई गई है और पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
हत्या या आत्महत्या – अब भी सवाल बाकी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो गया है कि अन्नू चौधरी की मौत सामान्य नहीं थी। अब यह सवाल उठ रहे हैं कि अन्नू की हत्या कब, कहां और किसने की? और अगर यह आत्महत्या थी, तो गोली कहां से आई? पुलिस इन तमाम पहलुओं की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।
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