दलित बेटी की आवाज दबाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए : बृजभूषण सिंह
उत्तर प्रदेश। मध्य प्रदेश की इंदौर निवासी डॉ. रोहिणी घावरी ने भीम आर्मी प्रमुख और नगीना लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि आजाद ने न केवल उनका, बल्कि कई अन्य महिलाओं का भी शोषण किया है। रोहिणी का कहना है कि वह चंद्रशेखर के साथ रिश्ते में थीं, लेकिन उन्हें बाद में महसूस हुआ कि उनका इस्तेमाल किया गया। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब उन पर आरोप लगे थे, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन चंद्रशेखर के मामले में ऐसा क्यों नहीं हो रहा? उन्होंने सरकार से मांग की कि दलित बेटी की आवाज दबाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए और इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। बृजभूषण सिंह ने चंद्रशेखर पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जाट बेटियों का मामला था, तब उन्होंने खुलकर बयान दिए थे, लेकिन अब जब दलित बेटी सवाल उठा रही है, तो वह चुप क्यों हैं? उन्होंने पूछा कि क्या चंद्रशेखर मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखेंगे या आरोपों से बचने की कोशिश करेंगे इस विवाद ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर नई बहस को जन्म दिया है। अब देखना होगा कि चंद्रशेखर आजाद इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई होती है।
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