संवाददाता -योगेश कुमार
मुजफ्फरनगर। थाना फुगाना पुलिस ने नकली भारतीय करेंसी छापने और सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ₹15,16,000 की जाली करेंसी, नकली नोट छापने के उपकरण और एक आल्टो कार बरामद की है। इस सफलता को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण और उच्च अधिकारियों के निर्देशन में अंजाम दिया गया।फुगाना पुलिस लोई नहर पुल पर चेकिंग अभियान चला रही थी तभी मुखबिर से सूचना मिली कि नकली नोट छापने वाले कुछ लोग आल्टो कार से आ रहे हैं। सूचना के आधार पर घेराबंदी कर संदिग्ध कार को रोका गया। तलाशी में भारी मात्रा में नकली नोट, HP प्रिंटर, पेपर रिम, टेप, पेचकस, पेपर कटर, स्केल आदि बरामद किए गए।गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान गौरव उर्फ जितन पुत्र मुनेश (निवासी जीतपुर, थाना दौराला, मेरठ) और अभय उर्फ तुषार पुत्र सतीश (निवासी जीतपुर, थाना दौराला, मेरठ) के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे संगठित गिरोह के सदस्य हैं और नकली नोट छापकर बाजार में चार गुना कीमत पर चलाते हैं। नकली नोट छापने की तकनीक उन्हें उनके साथी अंकित ने यूट्यूब से सिखाई थी। अंकित इस गिरोह का मास्टरमाइंड है और वर्तमान में फरार हैआरोपियों ने खुलासा किया कि वे मेरठ के एक किराए के मकान में नोट छापते थे और कई बार बुढाना सहित अन्य क्षेत्रों में नोटों की सप्लाई कर चुके हैं। इस बार भी वे बड़ी डील की तैयारी में थे, लेकिन फुगाना पुलिस की सतर्कता से पकड़े गए।
बरामदगी में ₹15,16,000 की जाली करेंसी, HP Smart Tank 525 प्रिंटर, 3 पेपर रिम, 11 टेप, 7 पेपर कटर, पेचकस, वायर कटर, सफेद टेप, स्केल और अन्य उपकरण शामिल हैं। घटना में प्रयुक्त आल्टो कार (UP15 AS 8201) को भी सीज कर दिया गया है।गिरफ्तार गौरव पर पहले से भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें फुगाना और दौराला थानों में गंभीर धाराएं शामिल हैं। फरार अभियुक्त अंकित की गिरफ्तारी के लिए विशेष पुलिस टीम गठित की गई है और गिरोह द्वारा नकली करेंसी की सप्लाई की पूरी कड़ी की जांच की जा रही है।पुलिस टीम में थानाध्यक्ष गजेन्द्र कुमार, उपनिरीक्षक राकेश कुमार, कौशेन्द्र तोमर, मुहम्मद अली समेत कांस्टेबल अनीश खान, अजय तेवतिया, राहुल कुमार, मनोज कुमार और बबलू कुमार शामिल रहे। इस सराहनीय कार्य के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को ₹15,000 का पुरस्कार दिया गया है।
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