अमेरिका ने भारत पर तेल टैक्स लगाया—मायावती बोलीं, 'अवसर में बदलें चुनौती, आत्मनिर्भरता को चोट नहीं लगेगी'

मायावती ने अपने बयान में देश की बड़ी जनसंख्या, गरीबी, मेहनतकश जनता और सामाजिक कल्याण की नीतियों को भारत की ताकत बताया। 
नई दिल्ली। एक महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक घटनाक्रम में, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत से आयातित तेल पर 25% टैक्स और जुर्माना लगाने की घोषणा की है, जो 1 अगस्त से प्रभाव में आएगा। इस कदम को अंतरराष्ट्रीय दबाव के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने इसे अवसर में बदलने का आह्वान किया है। मायावती ने अपने ट्वीट में कहा कि भारत को इस फैसले को आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ाने के मौके की तरह देखना चाहिए। उन्होंने आश्वस्त किया कि देश के किसान, लघु एवं मझोले उद्योग, और राष्ट्रीय हित से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मायावती ने अपने बयान में देश की बड़ी जनसंख्या, गरीबी, मेहनतकश जनता और सामाजिक कल्याण की नीतियों को भारत की ताकत बताया। उनका संदेश था कि अगर नीति-निर्माण में मानवता और कल्याण की भावना रहे, तो भारत न केवल सुरक्षित रह सकता है बल्कि समृद्ध भी हो सकता है।
बहुजन आंदोलन की दृष्टि से यह प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है। यह उस विचारधारा को पुनः रेखांकित करती है जिसमें आर्थिक नीतियाँ केवल संख्यात्मक विकास नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और समावेशिता की नींव पर आधारित होनी चाहिए।
इस ट्वीट के ज़रिए मायावती ने केंद्र सरकार को सीधे तौर पर संबोधित नहीं किया, बल्कि एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया—जिसमें राष्ट्रहित, जनसरोकार और सामाजिक कल्याण का समन्वय दिखाई देता है।

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