मोबाइल कॉल बना गवाही, अस्पताल में टूटी साँस — अब न्याय की बारी!
खेत में छोड़ा गया घायल, अस्पताल में मिला मृत — जीयनपुर की सच्चाई सामने!
जीयनपुर, आज़मगढ़ | संवाददाता मनीष कुमार
थाना जीयनपुर क्षेत्र में लोको पायलट दुर्गेश कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाँच वांछित अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी रजादेपुर चौराहे के पास से दिनांक 10 सितंबर 2025 को दोपहर 12:05 बजे की गई।
7 सितंबर को शाम 5:48 बजे दुर्गेश कुमार ने अपने भाई अजीत कुमार को फोन कर बताया कि ज्ञानेन्द्र मिश्रा, गणेश यादव और उनके सहयोगियों ने उसे खेत के पास मारपीट कर घायल अवस्था में छोड़ दिया है। परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे और दुर्गेश को इलाज के लिए जीयनपुर के अमीना तिब्बिया अस्पताल ले गए, जहाँ से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। रास्ते में दुर्गेश ने अन्य हमलावरों के नाम बताए, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के आधार पर थाना जीयनपुर में मु0अ0सं0 357/2025 के तहत धारा 3(5)/105BNS, 3(2)5 SC/ST ACT दर्ज की गई, जिसे बाद में संशोधित कर धारा 108 BNS, 3(1)द, 3(1)ध, 115(2), 352, 351(3) व SC/ST एक्ट की अन्य धाराओं में परिवर्तित किया गया।
1. गणेश यादव (48 वर्ष) अजय यादव (19 वर्ष) शेरू यादव (19 वर्ष) गोविन्द यादव (24 वर्ष) ज्ञानेन्द्र मिश्रा (42 वर्ष) सभी आरोपी बाजार खास, जीयनपुर के निवासी हैं।
गणेश यादव व ज्ञानेन्द्र मिश्रा पूर्व में भी गंभीर धाराओं में नामजद रह चुके हैं। ज्ञानेन्द्र पर वर्ष 2013 में हत्या प्रयास, सरकारी कार्य में बाधा व लोक सम्पत्ति निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज है। थानाध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में हे.का. राजीव कुमार मिश्रा, का. अमरजीत यादव, का. निलेश प्रताप सिंह व का. हरिकिशन मौर्या ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की।
जनता की मांग है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा मिले, ताकि भविष्य में कोई दुर्गेश फिर से न्याय की बाट न जोहता रहे।
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