Pryagraj: ईद मिलादुन्नबी पर दरियाबाद से निकला जुलूस, गूंजा "लब्बैक या रसूल अल्लाह" का नारा!

की मोहम्मद से वफ़ा तूने तो हम तेरे हैं — जुलूस में गूंजे इश्क-ए-रसूल के तराने!
 कुरेशनगर में लंगर तकसीम, बच्चों ने मिलाद की खुशियां मनाईं!
संवाददाता -मोहम्मद आरिफ प्रयागराज 
प्रयागराज | शुक्रवार को 1500वीं ईद मिलादुन्नबी पैग़म्बर-ए-आख़िरत हज़रत मोहम्मद साहब की आमद की खुशी में शुक्रवार को जुम्मा की नमाज के बाद दरियाबाद कुरेशनगर से जुलूस निकाला गया। इस ऐतिहासिक मौके पर बच्चे, नौजवान और बुजुर्ग बड़ी तादाद में शामिल हुए। हाथों में हरे झंडे थामे और "लब्बैक या रसूल अल्लाह" के नारे बुलंद करते हुए लोग पूरे जोश और श्रद्धा के साथ आगे बढ़ते रहे। जुलूस का सफर दरियाबाद से शुरू होकर पीपल चौराहा, जोगी घाट, कटहरा पठानवाली होते हुए कुरेशनगर तक पहुंचा, जहां इसका समापन हुआ।
इस दौरान मोहिब्बाने औलिया कमेटी की ओर से कुरेशनगर में लंगर तकसीम किया गया। कमेटी के सदर महबूब दावर की जानिब से बच्चों-बड़ों को कोल्डड्रिंक, पानी, बिस्कुट, टॉफी, खजूर और केले वितरित किए गए। शगुन ग्रुप चौक की तरफ से भी लंगर का आयोजन किया गया, जहां बच्चों ने मिलाद की खुशियां मनाईं और नबी-ए-करीम की आमद पर नारे लगाकर माहौल को सराबोर कर दिया। इस जुलूस में महबूब दावर के अलावा फरीद अब्बासी, उबेद अहमद, शफकत हुसैन, पाशा, मोबिन कुरैशी, चांद बाबा, दिलशाद एडवोकेट, शाहनवाज कुरैशी, सरफराज कुरैशी, इमरान, इरफान, शाहिद और अकरम शगुन समेत तमाम लोग मौजूद रहे। शगुन ग्रुप की ओर से जुलूस का इस्तकबाल किया गया और जगह-जगह स्टेज सजाकर नबी की आमद की खुशी में रोशनी की गई। महफिल-ए-मिलाद की रौनक देर रात तक कायम रही।

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