लोको पायलट दुर्गेश की संदिग्ध मौत पर बवाल, बसपा ने बताया दलित उत्पीड़न
ब्यूरो प्रमुख - मनीष कुमार
आजमगढ़। भुसावल रेल मंडल में कार्यरत लोको पायलट दुर्गेश (27) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद जनपद में आक्रोश फैल गया है। जानकारी के अनुसार, दुर्गेश हाल ही में यूपीएससी पीईटी परीक्षा देकर घर लौटे थे। उनका एक स्थानीय युवती से तीन वर्षों से संबंध था। रविवार को युवती के परिजनों ने उन्हें बातचीत के बहाने बुलाया, जहां कथित रूप से मारपीट और ज़हर देने की घटना हुई। बाद में उन्हें नहर किनारे अचेत अवस्था में फेंक दिया गया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।परिजनों की तहरीर पर जीयनपुर पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है, जिनमें से पांच को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया है। एक आरोपी अभी फरार बताया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव घर पहुंचने पर ग्रामीणों और परिजनों ने आजमगढ़-गोरखपुर हाईवे पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन से यातायात बाधित रहा और एम्बुलेंस तक फंसी रहीं। हालात को देखते हुए आठ थानों की पुलिस और पीएसी तैनात की गई।
इस घटना को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने इसे दलित उत्पीड़न का मामला बताते हुए विरोध तेज कर दिया है। शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा जताया। इसके बाद सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जीयनपुर चौक पर सड़क जाम कर नारेबाजी की। "दुर्गेश के हत्यारों को फांसी दो" जैसे नारों के बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, जिसमें हल्की धक्कामुक्की भी हुई।
जीयनपुर कोतवाली ने प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित करने, सरकारी कार्य में हस्तक्षेप और राजस्व हानि के आरोप में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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