न्यायालय ने पुलिस की फाइनल रिपोर्ट खारिज कर दोबारा विवेचना के आदेश दिए!
पीड़िता का आरोप—धमकाकर वर्षों तक शोषण, शिकायत पर भी नहीं हुई सुनवाई!
चित्रकूट। धर्मनगरी चित्रकूट के रामघाट स्थित यज्ञवेदी निर्वाणी अखाड़े में मध्य प्रदेश की एक महिला ने महंत सत्यप्रकाश दास, उनके भाई जयप्रकाश पाठक और रिश्तेदार अरविन्द मिश्रा पर गैंगरेप, धमकाने और वर्षो तक शोषण करने का गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का कहना है कि 2016 में उसके पति के जेल जाने के बाद वह मुकदमे की पैरवी के लिए अखाड़े में रुकती थी, उसी दौरान आरोपियों ने पति को जेल में रखने और हत्या की धमकी देकर कई बार जबरन संबंध बनाए, जबकि 18 जून 2024 को पति को बाहर भेजकर तीनों ने फिर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला तथा विरोध करने पर मारपीट की; लेकिन पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की और बाद में दर्ज हुए मुकदमे में भी फाइनल रिपोर्ट लगा दी, जिसे न्यायालय ने पक्षपातपूर्ण बताते हुए निरस्त कर नई विवेचना के आदेश दिए हैं, वहीं महंत सत्यप्रकाश दास ने आरोपों को साजिश बताते हुए प्रॉपर्टी के लालच में फंसाने की बात कही है और कहा है कि वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं।
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