महेंद्र सिंह कबीर कोहिनूर अवार्ड से हुए सम्मानित

 अम्बारी/आजमगढ़
। प्राकृति कृषि के कृषक एवं प्रशिक्षक महेंद्र कुमार सिंह 5 फरवरी को कबीर कोहिनूर बन गए। नई दिल्ली में महेंद्र सिंह को यह पुरस्कार दिया गया। इसके पहले प्राकृतिक खेती करने और उसे बढ़ावा देने के लिए उन्हें प्राधनमंत्री, मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं। उनके द्वारा लगातार प्राकृति खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है । इस लिए उन्हें कबीर कोहिनूर का अवार्ड देकर दिल्ली में  सम्मानित किया गया ।
 फूलपुर ब्लाक के खरसहन खुर्द गांव के प्राकृति कृषि कृषक और प्रशिक्षक महेन्द्र कुमार सिंह का चयन कबीर कोहिनूर अवार्ड 2023 के लिए नाम चयनित किया गया था। यह पुरस्कार नई दिल्ली में 5 फरवरी को डॉ आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हाल में महामहीम नानक दास द्वारा प्राकृति कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए यह अवार्ड दिया गया। प्रकृति  कृषक और प्रशिक्षक महेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि यह अवार्ड श्री भरत भूषण महंत डॉ नानक दास जी पूर्व केंद्रीय टी बोर्ड सदस्य भारत सरकार अखिल भारतीय कबीर मठ परम्परागत सद्गुरु कबीर आश्रम सेवा संस्थान बड़ी खाटू राजस्थान तथा कबीर समाधि स्थल मगहर धाम की तरफ से 504वां कबीर परिनिर्वाण महोत्सव के पावन अवसर पर देश मे पहली बार कबीर कोहिनूर अवार्ड से सम्मान से देश की 100 महान हस्तियों के चयन हुआ था। दिल्ली में 5 फरवरी को डॉ आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हाल में महामहीम नानक दास द्वारा प्राकृति कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए यह अवार्ड दिया गया। इसके लिए आमंत्रण पत्र मिल चुका है। महेंद्र सिंह को अब तक प्रधानमंत्री ,राज्यपाल , मुख्यमंत्री सहित दर्जन भर से अधिक सम्मान मिल चुका है । महेंद्र सिंह के द्वारा अनवरत      गाय के गोबर और मूत्र से खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है । उनकी प्रेरणा से अनेकों किसानों ऋषि सुभाष पालेरकर के बताए सिद्धांतो पर जहरमुक्त अनाज पैदा करने के  लिए प्रेरित किया जा रहा है ।

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