बुढ़नपुर। आजमगढ़। नगर पंचायत में दर्जनों ऐसे पानी के टैंकर है जो बेकार पड़े हैं। सरकार के पैसों का नाजायज इस्तेमाल किया जा रहा है ।जब सरकार ने सब को पेयजल की व्यवस्था के लिए घर-घर पाइप लाइन से पानी पहुंचाने की व्यवस्था कर दी है ।तो ऐसे में दर्जनों टैंकर का क्या मतलब डस्टबिन में कचरा जो भरा रहता है दोपहर 12:00 से एक बजे तक उठाया नहीं जाता ।कचरा नगर पंचायत के अगल-बगल फैला हुआ है।तो वही नगर पंचायत के जो लाइट लगी हुई हैं। सब चाइना लाइट लगी हुई हैं। जो सस्ती किस्म की लाइट है।जिनकी बाजार में कीमत सबसे कम है।
जो कभी भी सही ढंग से नहीं जलती हैं। तहसील प्रांगण में दर्जनों ऐसे टैंकर हैं बिल्कुल बेकार पड़े हैं। जिनका कोई उपयोग नहीं।सिर्फ सरकार के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है ।यही पैसा कहीं और लगाया जाता तो इस पैसे का प्रयोग हो जाता ।लेकिन टैंकर में करोड़ों रुपया लगाकर छोड़ दिया गया है ।तहसील परिसर में यह टैंकर बेकार पड़े है
जिनका कोई प्रयोग नहीं हो रहा है। गर्मी का महीना शुरु हो गया है ।पूरे नगर पंचायत में कहीं भी फागिंग की व्यवस्था नहीं कराई गई है । जबकि नगर पंचायत में लोग मच्छर से परेशान है।कहने के लिए तो नगर पंचायत है लेकिन नगर पंचायत जैसी कोई भी व्यवस्था लोगों को नहीं दी जा रही है। इसी क्षेत्र के निवासी धर्म मणि पांडे, धर्मेद्र यादव, घनश्याम, आदि ने बताया कि फागिंग का काम अभी नहीं शुरू हुआ है ।अगर कराया भी जाता है। तो बाजार में सड़कों पर करा कर छोड़ दिया जाता है। गांव में फागिंग नही कराई जाती।नगर पंचायत की नाली जगह-जगह टूटी हुई है ।कहीं साफ सफाई नहीं हो रही है।कहने के लिए दर्जनों सफाई कर्मी रोजाना साफ-सफाई करते हैं ।लेकिन हमें लगता है कि सिर्फ कागजों में साफ सफाई हो रही है। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी गुंजन कुमार से बात की गई तो फोन से बात नहीं हो पाई।
जो कभी भी सही ढंग से नहीं जलती हैं। तहसील प्रांगण में दर्जनों ऐसे टैंकर हैं बिल्कुल बेकार पड़े हैं। जिनका कोई उपयोग नहीं।सिर्फ सरकार के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है ।यही पैसा कहीं और लगाया जाता तो इस पैसे का प्रयोग हो जाता ।लेकिन टैंकर में करोड़ों रुपया लगाकर छोड़ दिया गया है ।तहसील परिसर में यह टैंकर बेकार पड़े है
जिनका कोई प्रयोग नहीं हो रहा है। गर्मी का महीना शुरु हो गया है ।पूरे नगर पंचायत में कहीं भी फागिंग की व्यवस्था नहीं कराई गई है । जबकि नगर पंचायत में लोग मच्छर से परेशान है।कहने के लिए तो नगर पंचायत है लेकिन नगर पंचायत जैसी कोई भी व्यवस्था लोगों को नहीं दी जा रही है। इसी क्षेत्र के निवासी धर्म मणि पांडे, धर्मेद्र यादव, घनश्याम, आदि ने बताया कि फागिंग का काम अभी नहीं शुरू हुआ है ।अगर कराया भी जाता है। तो बाजार में सड़कों पर करा कर छोड़ दिया जाता है। गांव में फागिंग नही कराई जाती।नगर पंचायत की नाली जगह-जगह टूटी हुई है ।कहीं साफ सफाई नहीं हो रही है।कहने के लिए दर्जनों सफाई कर्मी रोजाना साफ-सफाई करते हैं ।लेकिन हमें लगता है कि सिर्फ कागजों में साफ सफाई हो रही है। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी गुंजन कुमार से बात की गई तो फोन से बात नहीं हो पाई।
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