वाकयाते करूणा सुन, नम हो गयीं आखें

निजामाबाद/आजमगढ़। शिया समुदाय द्वारा मोहर्रम के चालीसवें चेहल्लुम पर नगर में मातमी माहौल में अपने काले परिधान में जुलूस निकाला गया। जुलूस नगर के तेलीपुर मुहल्ले के बड़े इमामबाड़ा दरबारे जहरा से शुरू हुआ। जिसमें जिले के कई जगहों से आई अंजुमनों ने नौहाख्वानी मातम के साथ दुदुल ताजिये के साथ इमाम हुसैन की याद में नौहा पढ़ते हुए जुलूस को नगर के अपने कदीमी रास्ते से अंत मे कर्बला के मैदान तक पहुचा ।जहां इमाम की याद में बने ताजिये मातमी माहौल में दफन हुए। जुलूल में शिया समुदाय के भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। जुलूस की शुरूआत में मौलाना ने इंसानियत एवं धर्म कायम के लिए इमाम की दी गयी कुबार्नी का बायां किया जिसपर मौजूद लोगों की आँखे नम हुई और हुसैन की आवाजें गूँजी। इस दौरान नगर में शांति व्यवस्था के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहे और जुलूस के प्रारंभ से कर्बला मैदान तक फोर्स लगी रही।

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