हापुड़ की घटना को लेकर आंदोलित अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन

दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग आजमगढ़। हापुड़ में हुए लाठीचार्ज के विरोध में आंदोलित अधिवक्ताओं का विरोध-प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीसरे दिन शनिवार को भी अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया। दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों ने कलेक्ट्री कचहरी से जुलूस निकाला और हापुड़ की पुलिस के विरोध में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर सरकार को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। अधिवक्ताओं ने मांग किया कि हापुड़ में अधिवक्ताओं पर किए गए लाठीचार्ज में शामिल दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के साथ उनका स्थानांतरण हापुड़ से अन्यत्र किया जाए। उत्तर प्रदेश सरकार की गठित विशेष जांच टीम को भंग कर उत्तर प्रदेश राज्य विधिक परिषद प्रयागराज के अध्यक्ष के अनुसार नई विशेष जांच टीम गठित कर समयबद्ध कार्रवाई की जाए, हापुड़ के अधिवक्ताओं के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी वापस लिया जाए, अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम (एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट) को प्रदेश में तुरंत लागू किया जाए और घायल अधिवक्ताओं की सरकारी खर्च पर इलाज की व्यवस्था कर उचित मुआवजा दिया जाए। विरोध प्रदर्शन के पहले एसोसिएशन के सभागार में साधारण सभा की बैठक हुई, जिसमें हापुड़ में हुए लाठीचार्ज और गाजियाबाद में अधिवक्ता की गोली मार की ग ई हत्या की की गई। पूरे दिन न्यायिक कार्य न करने का निर्णय लिया गया।

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