खेती में पेस्टिसाईडस व केमिकल जीवन के लिये खतरनाक: बहन संगीता

नकुड़ (सहारनपुर)। ब्रहमाकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय  केंद्र की संचालिका बहन संगीता ने कहा है कि जीवन  के लिये भोजन आवश्यक है। पोष्टिक व स्वास्थ्य वर्धक भोजन के लिये ओर्गेनिक खेती को बढावा दिया जाना चाहिए। संगीता बहन केंद्र पर विश्व खाद्य दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। उन्होने कहा कि भारत मे यह दिन पंरपरागत खेती का प्रतीक है। साथ ही भारतीय किसानों को सात्विक व पोष्टिक खाद्यान्न उत्पादन को प्रेरित करता है। भोजन को ईश्वर को समर्पित करके फिर उसे प्रसाद रूप में ग्रहण करे। इससे भोजन अध्यात्म से जुड जाता है। जो तन मन का पोषण करता है। परिवार में शांति व सुख लाता है। उन्होंने इस मौके पर आये हुए किसानो को आंर्गेनिक खेती के लिये प्ररित किया। कहा कि वर्तमान जिस प्रकार से खेती में पेस्टिसाईडस व केमिकल का प्रयोग किया जा रहा है। वह जीवन के लिये खतरनाक बन रहा है। इसलिए खाद्यान्न जीवन के पोषण के लिये हो न कि वह नष्ट करने का कारण बन जाये। इस मौके पर राजपाल सिंह प्रधान, नाथीराम खंडवा,जबरसिंह, पवन अग्रवाल, अरविंद सिंघल, 
राजकुमार, प्रमोद, राकेश, मेघराज, अशोक, सतीश , 
विकास, विनोद, आदि उपस्थित रहे।

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