भारी फोर्स की मौजूदगी में हुई मूर्ति विसर्जित

बरदह/ आजमगढ़। थाना अंतर्गत पुरसुड़ी ग्रामसभा में वर्षों से मूर्ति विसर्जन के रास्ते को लेकर भारी विवाद था। सन 2017 में ताजिया एवं दुर्गा मां मूर्ति  विसर्जन एक ही दिन पड़ने के कारण दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था. एक दिन पहले थाना प्रांगण में दोनों पक्षों के बीच यह समझौता हुआ था कि दोपहर तक मूर्ति भ्रमण होगा एवं दोपहर के बाद ताजिया निकलेगा. दोनों पक्ष इस समझौते पर सहमत थे किन्तु विसर्जन के दिन तत्कालीन क्षेत्राधिकारी ने गाँव में मूर्ति घुमवाने से रोक दिया था। जबकि संध्या के समय गाजे-बाजे के साथ ताजिया निकाला गया था। क्षेत्राधिकारी ने चार थानो की पुलिस लेकर बलपूर्वक मूर्ति भ्रमण को रोकवाया था जबकि ताजिया को नहीं रोकवाया गया. इस पक्षपात को लेकर समूचे क्षेत्र में रोष उत्पन्न हो गया था. उसके बाद प्रति वर्ष पुलिस यह कहकर मूर्ति भ्रमण रोक देती थी कि पिछले वर्ष मूर्ति नहीं घुमाई गई थी जबकि 2017 में मूर्ति भ्रमण को पुलिस द्वारा ही जबरन रोका गया था। इस वर्ष पूजा समिति के अध्यक्ष राजेश विश्वकर्मा द्वारा संघ, विहिप एवं भाजपा से मूर्ति भ्रमण करवाने का निवेदन किया गया था. मूर्ति भ्रमण को लेकर पूजा समिति के सदस्य, RSS, विहिप, भाजपा एवं प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बरदह थाने में बहुत नोकझोंक हुई। उच्चाधिकारियों के सार्थक प्रयास से मामले का हल निकाला गया। 
तय हुआ कि जिस रास्ते से मूर्ति सन 2017 से पहले जाती थी, उसी रास्ते से जाएगी. प्रशासन द्वारा रास्ते में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी. रास्ते में कोई विवादित नारा नहीं लगाया जायेगा। बुधवार को प्रशासन एवं भारी पुलिस बल की उपस्थिति में दुर्गा जी की प्रतिमा को उसी रास्ते से ले जाया गया जिस रास्ते से 2017 तक मूर्ति जाती थी। SDM, CO एवं थानाध्यक्ष अपने पूरे दल-बल के साथ मौके पर डटे रहे। भाजपा मण्डल अध्यक्ष बृजेश राय एवं संघ के जिला धर्मजागरण सहप्रमुख अमित राय अपने सहयोगियों के साथ पूरे समय उपस्थित रहे। समिति के अध्यक्ष राजेश विश्वकर्मा ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया। 

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