मधुबन, मऊ। स्थानीय थाना क्षेत्र के बनपोखरा गांव की दलित बस्ती में शुक्रवार को उस समय हड़कम्प मच गया जब गांव के सिवान स्थित एक पोखरी में एक किशोरी का शव उतराया देखा।इसकी खबर जंगल मे लगी आग की तरह गांव में फैल गई।घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एएसपी, सीओ व प्रभारी निरीक्षक पहुंच गए। पुलिस ने पोखरी से शव को बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज कर किशोरी की मौत से जुड़े सवालों को आसपास के लोगों से जानने का प्रयास करते देखे गए।किशोरी की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
जानकारी के अनुसार बनपोखरा गांव के दलित बस्ती निवासी श्वेता (15) पुत्री राजेंद्र प्रसाद गुरुवार की देर सायं शौच आदि के लिए घर से निकली थी, जो देर रात तक घर नहीं लौटीं। उसकी खोज में परिजन पूरी रात इधर-उधर भटकते पूछते रहे।लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। शुक्रवार की सुबह गांव के सिवान स्थित पोखरी के समीप टहलने निकले ग्रामीणों ने किशोरी का शव देखा तो शोर मचाया,शव निकाला गया तो उसकी पहचान श्वेता के रूप में हुई। इसकी जानकारी लगते ही मौके पर लोगों की भीड़ लग गई।कुछ देर में ही रोते-बिलखते परिजन भी मौके पर पहुंच गए। मौके पर एएसपी महेश सिंह अत्री व क्षेत्राधिकारी अभय कुमार सिंह आदि भी पहुंचकर मौके की जांच-पड़ताल में जुटे रहे। इस सम्बंध में प्रभारी निरीक्षक रवीन्द्र नाथ राय का कहना है कि किशोरी के पोखरी में डूबने की सूचना मिली थी।पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु का कारण पता चल सकेगा,उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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