आजमगढ़। दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी एंव पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा ने उर्दू को रोजी रोटा से जोड़ा। बहुगुणा कमेटी के जिलाध्यक्ष साजिद खान आजमी ने लोगों से मुशायरे को कामयाब बनाने की अपील की और कहा की उर्दू भाषा को जीवित रखने में मुशायरों का बड़ा योगदान रहा है। बहुगुणा जी एक बड़े समाजसेवी एंव धर्मनिरपेक्ष नेता थे। जिन्होंने देश की राजनति में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वो आपसी मेल जोल और भाई चारे में विश्वास रखते थे व हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक थे। और इस संबंध में लोगों को सरकारी पदों पर नियुक्त भी किया। उनकी स्मृति में जिला आजमगढ़ के कंवरा गहनी में आल इंडिया मुशायरा एंव कवि सम्मेलन का आयोजन पिछले कई दशकों से किया जाता रहा है। जिसमें किसी भी भेद भाव से परे सभी लोग भाग लेते हैं ये बाते हेमवती नंदन बहुगुणा समिति के जिलाध्यक्ष साजिद खान आजमी ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि पिछली दो दहाइयों से हेमवती नंदन बहुगुणा जी की स्मृति ने मुशायरे का आयोजन कराते रहे है। इसी कड़ी में इस साल 3 मार्च को उनके पैतृक गाँव कंवरा गहनी में ऑल इंडिया मुशायरा एंव कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें देश के विभिन्न प्रांतो से उर्दू एंत हिंदी के प्रख्यात कवि व कवित्रीगण भाग लेंगे। इस प्रोग्राम में कैबिनेट मंत्री आशीष सिंह पटेल मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगें। सांसद प्रो० रिता बहुगुणा जोशी, जेड के फैजान एडवोकेट सूप्रीम कोर्ट, अमेन्द्र नाथ सिंह पूर्व अध्यक्ष बार कौनसिंल, आदि सम्मिलित होंगे। कुवंर जावेद कोटा राजस्थान, जौहर कानपूरी, महशर आफरीदी, मंजर भोपाली, मोइन शादाब, बिहारी लाल अम्बर, प्रो० सफराज नवाज, अयूब वफा, अबूजर नावेद, शबीना अदीब कानपूरी, रजनी सिंह अवनी नूरी परवीन आदि शामिल होंगे।
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