धूमधाम से मनाई गईं संविधान निमार्ता डॉ. अंबेडकर की जयंती

आजमगढ़। जनपद के पहली ब्लॉक क्षेत्र के सेहदा ग्राम सभा में संविधान निमार्ता, विश्वरत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती बड़े ही हर्षोल्लाह व धूमधाम से मनाई गई। डॉ. अंबेडकर गौतम बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर तथा जय भीम-जय भारत के नारे के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
 कार्यक्रम के मुख्यअतिथि युवा दिलो के धड़कन व विजनेश आईकॉन प्रदीप सहाय व विशिष्ठ अतिथि ग्राम प्रधान रामकेश यादव रहे। श्री सहाय ने उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम आप सभी लोग जो आजादी के साथ जीवन यापन कर रहे है यह बाबा साहब के संघर्ष का फल है, शिक्षा के माध्यम से ही अपने जीवन को सुधारा जा सकता है, इसलिए आप सभी अपने बच्चों को शिक्षा अवश्य दे।
डॉ अम्बेडकर ने कहा था कि शिक्षा उस शेरनी का दूध है जो पियेगा वहीं धहाड़ेगा। इस मौके पर दूर दराज से आए हुए आगंतुकों ने डॉक्टर अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए अपने-अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओ ने कहा कि बाबा साहेब का जीवन संघर्ष एक इतिहास है। आजादी के बाद देश में फैले ऊच-नीच, भेदभाव, छुआछुत व सामाजिक भेद भाव का खात्मा डॉ अम्बेडकर ने किया। जयंती पर युवाओं ने बाबा साहब के अधूरे सपने को पूरा करते हुए समतामूलक समाज की स्थापना का संकल्प लिया।
जयंती समारोह के अवसर पर विशाल भण्डारें का आयोजन किया गया जिसमें लगभग पाँच सौ लोगों ने भण्डारा चखा। इस अवसर पर राजकपूर, गोविन्द कुमार, शिक्षक भोलेनाथ, नंदू मास्टर,दीपक कुमार, दीपांशु गौतम, कमलेश कुमार, रितेश कुमार, विक्की, विकास, विनय, अंशु गौतम, धर्मेंद्र, हरिबंश, राहुल, राजू, सुरेन्द्र प्रसाद, लक्की, बिंदु, शैलेश, विवेक, पियूष, सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से संदीप कुमार व मनीष पत्रकार ने किया।

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