नई दिल्ली। उड़ीसा सरकार ने 2 दिन पहले ही जिन स्कूलों में कम बच्चे हैं.। उन्हें बंद करने और विलय करने का निर्णय लिया जिसको लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कट के माध्यम से उड़ीसा सरकार को आईना दिखाते हुए कहा कि यह निर्णय गरीब विरोधी व निजी स्कूलों को लव पहुंचने के लिए लिया गया है। ऐसा निर्णय लेने से गरीब घर के बच्चे कहां जाएंगे ऐसा निर्देश से ही गरीब परिवार के लोगों को भी मजबूरी में निजी स्कूलों में अपने बच्चों को दाखिला करना पड़ता है, इसकी फल स्वरुप बाद में वहीं निजी स्कूल के मालिकों द्वारा फिश के नाम पर उन्हें लूटा जाता है। सरकार का यह निर्णय बहुत ही गलत है। ऐसे स्कूलों को बेहतर बनाना चाहिए न कि इन्हें बंद करना चाहिए। ऐसे निर्णय गरीब बच्चे कहां पड़ेंगे।
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