मान्यवर श्री काशीराम संसद का चुनाव जीते 1991 में, जबकि समाजवादी पार्टी का गठन 1992 में हुआ।
जबकि मुलायम सिंह यादव जसवंतनगर से जब चुनाव लड़े तो कांशीराम ने अपना प्रत्याशी न देकर मुलायम सिंह यादव को सांसद बनने में की थी मदद।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती के द्वारा आज लखनऊ कार्यालय पर समीक्षा बैठक की गई जिसमें 2 मार्च को दिए हुए कार्यों की मायावती ने समीक्षा की। इस मौके पर कई बड़े फैसले लिए गए मायावती ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि जो भी कार्य दिए गए हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए। बैठक खत्म होने के बाद बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल से जब पत्रकार ने पूछा कि अखिलेश यादव बोल रहे हैं कि मान्यवर श्री काशीराम को मुलायम सिंह यादव ने सांसद बनाया था तो इस सवाल का जवाब देते हुए श्री पाल ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का गठन 1984 में हुआ और 1989 मान्यवर कांशीराम के नेतृत्व में बसपा के तीन सांसद बहन कुमारी मायावती, एक आजमगढ़ से और एक पंजाब सांसद चुनकर आएंगे आए। 1991 मान्यवर श्री काशीराम बहुजन समाज पार्टी के बैनर तले सांसद बने जबकि समाजवादी पार्टी का गठन 1992 में हुआ। जब श्री काशीराम सांसद का चुनाव जीते थे उसे समय समाजवादी पार्टी का गठन ही नहीं हुआ था। इसलिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जो बयान दिया है उसमें कोई भी सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेताओं को झूठ बोलने की बीमारी है। विश्वनाथ पाल ने कहा कि इसके विपरीत जसवंत नगर से जब मुलायम सिंह चुनाव लड़ रहे थे मान्यवर साहब ने मुलायम सिंह के खिलाफ प्रत्याशी न देकर मुलायम सिंह को सांसद बनने में मदद की थी। जबकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सिर्फ झूठ बोल रहे हैं। आकाश आनंद की वापसी कें सवाल पर विश्वनाथ पाल ने कहा कि हमारे नेता बहन मायावती का जो भी फैसला होगा वह सर्वमान्य होगा और हम उनके भरोसे पर खड़ा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
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