उत्तर प्रदेश : 2027 में भाजपा को हराना मुश्किल पर नामुमकिन नहीं।

 विपक्ष को करना होगा मजबूत रणनीति पर काम!
 जनता के मुद्दे को देनी होगी प्राथमिकता!
 महंगाई बेरोजगारी व भ्रष्टाचार का आरोप भाजपा को पहुंचाएगा नुकसान! 
 (ब्यूरो प्रमुख-मनीष कुमार)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 में भारतीय जनता पार्टी को हराना मुश्किल है,पर नामुमकिन नहीं, भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनाव में हराने के लिए विपक्ष को एक मजबूत रणनीति पर काम करना होगा।
 जिस तरह से सपा मुखिया अखिलेश यादव ने  PDA को मजबूत करते हुए विधानसभा चुनाव में उतरने की बात कर रहे हैं,  तो वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती अपने जनाधार को आगे बढ़ाने में लगी हुई है, और उनके नेता कार्यकर्ता पूरी मजबूती के साथ हर मुद्दे को उठा रहे हैं। यदि इस चुनाव में  बहुजन समाज पार्टी व समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी एक साथ आती है, तो भाजपा के एनडीए गठबंधन के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ा जा सकता है और चुनाव में हराया जा सकता है।
भाजपा सरकार के खिलाफ जनता में फैलता असंतोष! 
 भाजपा सरकार के खिलाफ जिस तरह से सपा, बसपा व कांग्रेस महंगाई बेरोजगारी व कानून व्यवस्था को लेकर समय-समय पर हमलावर है, इन सभी पार्टियों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार निरंकुश, आरक्षण विरोधी है। इस समय प्रदेश में जंगल राज्य कायम है। इस सरकार में भ्रष्टाचार महंगाई व बेरोजगारी का आरोप लगाते हुए जिस तरह  मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भाजपा सरकार को फेल बताते हैं।
 उनका कहना है कि भाजपा शासन में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है और थानों में अवैध वसूली की जा रही है।
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आत्मविश्वास! 
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  पिछले विधानसभा चुनाव में अच्छी सीटे जीतकर यह साबित किया है कि यूपी की जनता उनके साथ है, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे आत्मविश्वास के साथ दावा कर रहे हैं कि 2027 विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी।
निष्कर्ष ----------
 यदि विपक्षीय दल एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ रणनीति बनाते हैं और जनता के मुद्दे पर चुनाव लड़ते हैं तो विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराया जा सकता है! हालांकि देखना यह होगा कि विपक्ष द्वारा जनता कें मुद्दों को कितनी प्राथमिकता दी जाती है।

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