मेरठ। समाजवादी पार्टी (सपा) की जिला स्तरीय समीक्षा जेल रोड स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी, मेरठ प्रभारी और पूर्व मंत्री जुगल किशोर सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। हालांकि, इस बैठक में किसी भी विधायक या बड़े नेता की गैरमौजूदगी ने माहौल गरमा दिया।बैठक में जब वरिष्ठ नेता और विधायक उपस्थित नहीं हुए तो सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने नाराज़गी जताते हुए तीखी टिप्पणियां कर दीं। उन्होंने सपा विधायकों और अन्य दिग्गज नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग केवल टिकट की दौड़ में आगे रहते हैं, लेकिन संगठनात्मक बैठकों से दूरी बनाए रखते हैंउन्होंने विधायक शाहिद मंजूर, अतुल प्रधान, रफीक अंसारी, मुकेश सिद्धार्थ, योगेश वर्मा, प्रभु दयाल वाल्मीकि, सम्राट मलिक और बाबर खरदौनी सहित कई नेताओं का नाम लेकर उन पर खुलकर टिप्पणी की। विपिन चौधरी ने कहा, “ये दिल्ली और लखनऊ के नेता हैं। पार्टी की बैठक में आना इन्हें शर्मनाक लगता है, लेकिन जैसे ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आते हैं, ये नेता चेहरा दिखाने के लिए दौड़ पड़ते हैं।”
बैठक में मात्र 25-30 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति थी। माइक संभालते ही विपिन चौधरी ने मंच से कई वरिष्ठ नेताओं को “चोर” तक कह दिया, जिससे पार्टी के भीतर गहमागहमी का माहौल बन गया। उन्होंने कहा कि “जो नेता सड़क पर संघर्ष करते हैं, उन्हें संगठन में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। टिकट के दावेदार जब बैठक में नहीं आते, तो संगठन कैसे मजबूत होगा?”इस बयानबाज़ी के बाद बैठक में कुछ देर के लिए तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
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