कौशाम्बी की बेटी के साथ अन्याय पर नेताओं की चुप्पी—क्या सत्ता ही सबकुछ है?
उत्तर प्रदेश। कौशाम्बी में एक नाबालिग छात्रा के साथ हुए जघन्य अपराध ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। स्कूल प्रिंसिपल द्वारा किए गए, इस कृत्य का वीडियो वायरल होने के बाद पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया, जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना पर समाज के कई वर्गों ने आवाज उठाई, लेकिन टूंडला से भाजपा विधायक प्रेम सिंह पाल धनगर, जो खुद पाल समाज से आते हैं, ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
समाज के लोग सवाल कर रहे हैं कि जब उनकी ही जाति की बेटी पर अत्याचार हुआ, तब विधायक का मौन क्यों? क्या वे भी सिर्फ पाल समाज के वोट लेकर सत्ता तक पहुँचने वाले नेताओं की सूची में शामिल हो गए हैं?
समाज अब सवाल करेगा
जो नेता समाज के दर्द में साथ नहीं, वह समाज का सच्चा प्रतिनिधि नहीं हो सकता, अब समय आ गया है कि जनता ऐसे नेताओं से जवाब मांगे और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाए।
समाज को अब गूंगे नेताओं की नहीं, जुझारू प्रतिनिधियों की ज़रूरत है!
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