राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन देकर पार्टी की मूल विचारधारा से समझौता करने का आरोप!
उत्तर प्रदेश। लखनऊ की राजनीति में सोमवार को एक बड़ा मोड़ आया, जब समाजवादी पार्टी ने तीन विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया। यह फैसला केवल अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं, बल्कि पार्टी की विचारधारा की शुद्धि के रूप में देखा जा रहा है। गोसाईगंज से अभय सिंह, गौरीगंज से राकेश प्रताप सिंह और ऊंचाहार से मनोज कुमार पांडेय पर आरोप है कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन देकर पार्टी की मूल विचारधारा से समझौता किया। पार्टी ने इन्हें ‘अनुग्रह-अवधि’ दी थी, लेकिन जब कोई सुधार नहीं दिखा, तो यह निर्णायक कदम उठाया गया।
इस घटनाक्रम को सपा की “विचारधारा बनाम वफादारी” की कसौटी पर देखा जा रहा है। पार्टी नेतृत्व का यह स्पष्ट संदेश है कि राजनीतिक लाभ से अधिक महत्वपूर्ण है वैचारिक प्रतिबद्धता। यह फैसला उन नेताओं के लिए चेतावनी है जो सत्ता समीकरणों के फेर में मूल विचारधारा से भटक जाते हैं।
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