कैराना। नगर की बंजारा बस्ती में सोमवार को दर्दनाक हादसे में 4 वर्षीय मासूम रिहान की खुले गहरे नाले में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा नगर पालिका की घोर लापरवाही के कारण हुआ, जिससे बस्ती में भारी आक्रोश फैल गया। मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने नगर पालिका परिसर में शव रखकर करीब एक घंटे तक प्रदर्शन कर अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।बस्ती निवासी अमरू का 4 वर्षीय बेटा रिहान सोमवार शाम 5 बजे के करीब घर के बाहर खेलते हुए अचानक लापता हो गया। परिजनों ने आसपास और रिश्तेदारों में तलाश शुरू की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। रात करीब 8 बजे रिहान का शव बस्ती में बने खुले और कचरे से भरे गहरे नाले में मिला। यह नाला नगर पालिका द्वारा करीब दो वर्ष पहले बनवाया गया था, लेकिन इसकी सफाई कभी नहीं कराई गई।रिहान के बड़े भाई शाहरुख ने बताया कि उनके पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं और परिवार बेहद साधारण स्थिति में बंजारा बस्ती की झोपड़ी में रह रहा है। रिहान चार भाइयों में सबसे छोटा था।बंजारा बस्ती में रहने वाले सरवर, जीशान, हदीम और सादिक समेत कई लोगों ने बताया कि बस्ती का विस्तार भले ही नगर पालिका सीमा में कर लिया गया हो, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं बदला।
सड़कें अभी भी कच्ची और उबड़-खाबड़ हैं, जबकि नाले की सफाई महीनों से नहीं हुई है। नाला करीब 4 फीट गहरा है, जो बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रहा हैघटना के बाद गुस्साए परिजन और स्थानीय लोग बालक रिहान का शव लेकर नगर पालिका पहुंचे और परिसर में शव रखकर जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि रिहान की मौत नगर पालिका की लापरवाही का परिणाम है, क्योंकि यदि नाला बंद होता या उसकी नियमित सफाई होती, तो यह हादसा न होता। करीब एक घंटे चले प्रदर्शन के बाद परिजन शव को वापस ले गए।
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