आजमगढ़। पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने आज राज्यभर में जोरदार प्रदर्शन किया। कुशीनगर, रायबरेली और आज़मगढ़ समेत कई जिलों में शिक्षक और कर्मचारी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों के बाहर एकत्र हुए और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। शिक्षक संघ ने कहा कि पेंशन केवल आर्थिक सुरक्षा नहीं, बल्कि सम्मान और सामाजिक सुरक्षा का प्रतीक है। गोरखपुर के सांसद द्वारा पूर्व में प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए शिक्षकों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। कुशीनगर में प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष अशोक कुमार चौरसिया और मंत्री जितेंद्र मणि त्रिपाठी ने शिक्षकों से एकजुटता की अपील की।
"हमने जीवन भर शिक्षा दी, अब सरकार से उम्मीद है कि वह हमारे बुढ़ापे का सहारा बने। पुरानी पेंशन बहाल करना केवल नीति नहीं, न्याय है।"उत्तर प्रदेश सरकार ने जून 2024 में उन कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल की थी जिनकी भर्ती के विज्ञापन 28 मार्च 2005 से पहले जारी हुए थे, भले ही उनकी नियुक्ति बाद में हुई हो।
इस मौके पर अनिरुद्ध त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष हिमांशु राय, जिला महामंत्री रवि शंकर सिंह, लवकुश राय सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
इस फैसले से हजारों शिक्षक लाभान्वित हुए, लेकिन बड़ी संख्या में कर्मचारी अब भी इस दायरे से बाहर हैं। पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा लंबे समय से चुनावी बहस का हिस्सा रहा है। सपा और बसपा जैसे दलों ने इसे सामाजिक न्याय से जोड़ते हुए समर्थन दिया है।
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