चीन ने अपने इंजीनियर्स और तकनीकी विशेषज्ञों को अचानक भारत छोड़ने का निर्देश जारी किया है।
भारत ने 2025 के लिए 24 अरब डॉलर और 2026 के लिए 32 अरब डॉलर का स्मार्टफोन निर्यात लक्ष्य तय किया है।
नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच व्यापारिक रिश्तों में एक बार फिर खटास देखने को मिल रही है। इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) की हालिया चिट्ठी में खुलासा हुआ है कि चीन ने भारत के खिलाफ मौन व्यापारिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे देश की इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन इंडस्ट्री संकट में आ गई है। चीन ने अपने इंजीनियर्स और तकनीकी विशेषज्ञों को अचानक भारत छोड़ने का निर्देश जारी किया है। स्मार्टफोन निर्माण में जरूरी मशीनरी और कच्चे माल की आपूर्ति बाधित हो गई है। चीन की कंपनियों ने बिना किसी आधिकारिक घोषणा के मौखिक आदेशों के जरिए ये कार्रवाई की है। भारत ने 2025 के लिए 24 अरब डॉलर और 2026 के लिए 32 अरब डॉलर का स्मार्टफोन निर्यात लक्ष्य तय किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्पादन में देरी और लागत में बढ़ोतरी के कारण यह लक्ष्य मुश्किल हो सकता है। इससे भारत की 'मेक इन इंडिया' पहल और PLI स्कीम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। ICEA ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है और कंपनियों को वैकल्पिक स्रोतों और तकनीकी सहयोग पर विचार करने की सलाह दी है। सरकारी अधिकारी स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और संबंधित मंत्रालयों के बीच समन्वय जारी है ताकि संकट को टाला जा सके।
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