संसद से दूर रहकर भी मायावती का हमला! पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर पर केंद्र से जवाब तलब!
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संसद सत्र शुरू होने से पहले सोशल मीडिया के जरिए केंद्र सरकार और विपक्ष दोनों को रचनात्मक भूमिका निभाने की सलाह दी है। उन्होंने देश के मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार को महिलाओं की सुरक्षा, युवा बेरोजगारी, सीमावर्ती इलाकों की स्थिति और देश की आंतरिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जवाबदेह होना चाहिए। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर पर मायावती ने संसद में खुली चर्चा की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों को राजनीति से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए। मायावती ने जोर दिया कि विपक्ष को आलोचना के बजाय सहयोग और सुझाव के रास्ते अपनाने चाहिए ताकि जनहित में ठोस कदम उठाए जा सकें।
मायावती का यह बयान ऐसे समय आया है जब मानसून सत्र में विभिन्न मुद्दों पर तीखी बहस की संभावना है। उनका रुख दर्शाता है कि वे देश की राजनीति में एक संतुलनपूर्ण और गंभीर आवाज बनकर उभरना चाहती हैं।
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