सपना के माता-पिता की 18 साल पहले मौत हो गई थी। वह अपनी बड़ी बहन सरिता और जीजा मुन्ना के साथ ही रहती थी। रविशंकर से शादी भी जीजा ने ही कराई थी। 26 जुलाई को तीज के चलते सपना बहन के घर अम्हेड़ा गांव आ गई थी। रविशंकर का घर भावनपुर थाना क्षेत्र के किन्हानगर में है। उसकी जनरल स्टोर की दुकान है। शनिवार सुबह पहले उसने अपने जीजा मुन्ना को फोन किया। पूछा की मैं आ रहा हूं। आप रहेंगे क्या? मुन्ना ने मना कर दिया कि वह काम के सिलसिले में बाहर रहेगा। फिर रविशंकर ने पत्नी सपना को फोन किया। कहा कि आज मैंने बुरा सपना देखा है। मैं मिलने आना चाहता हूं। इसके बाद वह सुबह 9 बजे बाइक लेकर पहुंच गया।
रविशंकर, जब पत्नी के पास पहुंचा तो घर में कोई नहीं था। सपना की बहन सरिता भी मुहल्ले में गई हुई थीं। जबकि उनके दो बच्चे स्कूल गए हुए थे। दो मंजिला घर में रवि फर्स्ट फ्लोर में पत्नी के पास पहुंच गया।
करीब दो घंटे बाद यानी 11 बजे उसने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके पत्नी की हत्या कर देने की बात कही। सबसे पहले पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी पति दरवाजा बंद करके अंदर बैठा था। पुलिस ने मौके से उसे गिरफ्तार कर लिया। बहन की हत्या की खबर सुनते ही बहन सरिता और मुन्ना पहुंच गए।मुन्ना ने बताया कि सपना के माता-पिता की मौत के बाद बेटी की तरह पाल पोसकर उसे बड़ा किया था। सुबह रविशंकर ने फोन किया था कि मैं आ रहा हूं। यकीन ही नहीं हो रहा कि उसने ऐसा क्यों किया। बताया कि रविशंकर का आज सुबह करीब 7:00 बजे सपना के पास फोन आया था। वह बोल रहा था कि मुझे रात कुछ गंदा सपना दिखाई दिया है। जिसकी वजह से मेरा मन नहीं लग रहा है। मेरा मिलने का मन कर रहा है। उसने पूछा कि मेरे (मुन्ना) के दोनों बच्चे स्कूल जाएंगे क्या? सपना ने हां बोल दिया। फिर पूछा कि मुन्ना भाई साहब भी ड्यूटी पर जाएंगे? सपना ने जवाब दिया- हां। फिर वह 9 बजे घर पहुंच गया। बताया कि सपना मूल रूप से मेरठ के हापुड़ अड्डा स्थित चमार दरवाजा की रहने वाली थी।
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