शिक्षक दिवस पर उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार 2024 से होंगे सम्मानित।
गांव के विद्यालय में नवाचार और समर्पण से रचा गया शिक्षा का उज्ज्वल अध्याय।
बलिया से आजमगढ़ तक—एक शिक्षक की यात्रा जो प्रेरणा बन गई।
संपादक -मनीष कुमार
आजमगढ़। जनपद के मिर्जापुर ब्लॉक स्थित कम्पोजिट विद्यालय सरायमीर में कार्यरत शिक्षक अभिमन्यु यादव को उत्तर प्रदेश राज्य शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए चयनित किया गया है। यह सम्मान उन्हें आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रदान किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार द्वारा जारी पत्र में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से चयनित शिक्षकों की सूची में उनका नाम शामिल किया गया है।
शिक्षा के प्रति समर्पण और नवाचार की मिसाल-
बलिया जनपद के मूल निवासी अभिमन्यु यादव वर्तमान में आजमगढ़ के रानी की सराय क्षेत्र में निवास करते हैं। सरायमीर के विद्यालय में उन्होंने जिस प्रकार सीमित संसाधनों के बीच शिक्षा की गुणवत्ता को ऊँचाई दी, वह न केवल स्थानीय स्तर पर सराहना का विषय बना, बल्कि अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि पत्रों के माध्यम से की।विद्यालय में शैक्षिक वातावरण को सुधारने, बच्चों की भागीदारी बढ़ाने और मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने कई नवाचार किए। उनके प्रयासों से विद्यालय में पुस्तकालय, स्वच्छता, डिजिटल शिक्षण सामग्री और बालकों की रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा मिला।
गाँव की मिट्टी से निकली प्रेरणा-
अभिमन्यु यादव का यह सम्मान केवल एक व्यक्ति की उपलब्धि नहीं, बल्कि उन हजारों शिक्षकों की प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों में भी शिक्षा को मिशन मानकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने दिखाया कि अगर इरादा मजबूत हो, तो साधनों की कमी कभी बाधा नहीं बनती।
उनका चयन यह भी दर्शाता है कि राज्य सरकार अब उन शिक्षकों को पहचान दे रही है, जो जमीनी स्तर पर बदलाव ला रहे हैं। यह पुरस्कार न केवल उनके व्यक्तिगत समर्पण का सम्मान है, बल्कि ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक संकेत भी है।
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