ब्रेकिंग न्यूज़: मायावती ने पंचायत चुनाव में पुराने तरीके से फिर से सक्रिय की बसपा, बनी मजबूत रणनीति।

मायावती की बसपा ने पंचायत चुनाव 2025 के लिए बनाई चुपचाप और पुरानी रणनीति, गांव-गांव बूथ स्तर पर गठजोड़ मजबूत करने का लक्ष्य। 
संपादक -मनीष कुमार 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आगामी पंचायत चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी की वापसी के लिए एक प्रभावशाली रणनीति तैयार की है। इस बार बसपा बूथ स्तर पर सक्रिय रहकर दलित, पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम समुदाय को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। मायावती की योजना है कि ग्रामीण इलाकों में जाकर पार्टी संगठन को मजबूत किया जाए और स्थानीय स्तर पर पार्टी के लिए नए कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाए। यह रणनीति उस सामाजिक गठजोड़ पर आधारित है, जिसने पूर्व में बसपा को चुनावों में सफलता दिलाई थी। पार्टी अब पुराने दिनों की तरह सामाजिक न्याय और समुदायों के बीच समन्वय पर जोर दे रही है।
बसपा ने चुनाव में सभी वर्गों के लिए समुचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का भी निर्णय लिया है। टिकट वितरण में पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों को भी भागीदारी का हिस्सा बनाया जा रहा है ताकि पार्टी का जनाधार व्यापक हो सके। इसके साथ ही लोक स्तर पर बूथों को मजबूत करना मायावती की प्राथमिकता है ताकि पंचायत चुनाव में पार्टी की पकड़ मजबूत हो। हालांकि बसपा को राजनीतिक चुनौती भी मिली है क्योंकि कुछ प्रमुख नेता पार्टी छोड़ चुके हैं और पार्टी के वोट शेयर में कमी आई है। लेकिन मायावती की लालकी दलित वोट बैंक में पार्टी की पकड़ अभी भी मजबूत बनी हुई है। इस पंचायत चुनाव से बसपा अपने राजनीतिक प्रभाव को फिर से कायम करना चाहती है ताकि अगले बड़े चुनावों के लिए तैयार हो सके। तो यह योजना स्थानीय स्तर पर पार्टी के विस्तार और सामाजित गठजोड़ों के समर्थन पर आधारित है जिससे बसपा अगले राजनीतिक मुकाबलों में वापसी कर सके। मायावती के इस कदम को राजनीतिक विश्लेषक महत्वपूर्ण मान रहे हैं क्योंकि इससे बसपा की चुनावी संभावनाओं में मजबूती आएगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ