उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक ने शिक्षक दिवस पर किया सम्मान समारोह, कहा—शिक्षक समाज की रीढ़ हैं!

शिक्षक दिवस पर सम्मान की सौगात—बैंक ने जताया आभार, समाज ने पाया आधार।
शिक्षक नहीं सिर्फ पाठशाला के स्तंभ, बल्कि राष्ट्र निर्माण के शिल्पकार हैं।
संवाददाता -राकेश गौतम 
आजमगढ़। शिक्षक नहीं सिर्फ ज्ञानदाता, बल्कि समाज के भविष्य निर्माता है। इसी भावना के साथ उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में शिक्षक दिवस पर एक गरिमामय आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को स्मरण करते हुए हुई। क्षेत्रीय प्रबंधक अनुज कुमार मांगलिक और मुख्य प्रबंधक रीतू यादव ने राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक उदयराज यादव को स्मृति चिन्ह और माल्यार्पण कर सम्मानित किया। सम्मान से अभिभूत यादव ने कहा कि शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षक समाज की रीढ़ हैं और शिक्षा ही राष्ट्र की नींव है। इस अवसर पर मांगलिक ने डॉ. राधाकृष्णन के जीवन और शिक्षा दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1962 से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाना उनके प्रति देश की श्रद्धा का प्रतीक है। मुख्य प्रबंधक रीतू यादव ने कहा कि शिक्षक ही वह शक्ति हैं जो युवाओं को सही दिशा देते हैं और देश को डॉक्टर, इंजीनियर, किसान, वैज्ञानिक और नागरिक बनाते हैं। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रबंधक विजय प्रताप सिंह ने किया, जबकि वरिष्ठ प्रबंधक सुधांशु शर्मा एवं कर्मवीर यादव ने बैंक की विभिन्न योजनाओं जैसे गृह ऋण, वाहन ऋण और शिक्षक सम्मान योजना की जानकारी दी। इस अवसर पर राकेश राय, दिनेश पांडेय, पवन यादव, मनीष त्रिपाठी, संतोष सहित बैंक के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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