“झूठे नियुक्ति पत्र, फर्जी अधिकारी—भैया राय की ठगगिरी का पर्दाफाश!”
“पुलिस की सटीक घेराबंदी से 15 हजार का इनामी अपराधी चढ़ा कानून के हत्थे!”
ब्यूरो प्रमुख- मनीष कुमार
आजमगढ़। जनपद के थाना कोतवाली क्षेत्र में सेवा नियुक्ति के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले शातिर अभियुक्त आदर्श राय उर्फ भैया राय पुत्र रामदेव राय को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ एक्जिट टोलप्लाजा से गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त पर मु0अ0सं0 60/2025 धारा में 316(2),318(4),336(3),338,340,61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज था, जिसमें उसने टीबी अस्पताल के वरिष्ठ लिपिक विनोद मिश्रा के साथ मिलकर प्रार्थी हरिशंकर जायसवाल के पुत्र से यूपीपीसीएल में सहायक अभियंता पद पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर ₹2 लाख से अधिक की ठगी की थी। अभियुक्त ने फर्जी साक्षात्कार, नियुक्ति पत्र, मेडिकल और पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया का नाटक रचकर पीड़ित परिवार को भ्रमित किया। गिरफ्तारी उ0नि0 राज नारायण पाण्डेय व कां0 विकास सरोज की टीम द्वारा की गई, जिसके दौरान अभियुक्त के पास से एक अदद लाइसेंसी पिस्टल (.32 बोर मल्होत्रा डिफेंस) व एक सैमसंग मोबाइल फोन बरामद हुआ। आदर्श राय का आपराधिक इतिहास अत्यंत गंभीर है, जिसमें आजमगढ़, गोरखपुर, लखनऊ, जौनपुर, बस्ती व संतकबीरनगर जनपदों में धोखाधड़ी, जालसाजी व धमकी के कुल 15 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से ठग गिरोहों के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है और आमजन को सतर्क रहने की अपील की गई है।
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