जो सालों से संघर्ष में थे, उन्हें हटाकर साज़िश रचने वालों से सावधान!
बसपा को बदनाम करने की चालें नाकाम होंगी, कार्यकर्ता ही असली पहचान हैं!
मोहनिया/बिहार। बहुजन समाज पार्टी से वर्षों से जुड़े रहे ओम प्रकाश दिवाना, जो प्रचार-प्रसार और संगठन निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं, आज एक साज़िश का शिकार हो रहे हैं। चुनाव के ठीक चार दिन पहले आई एक महिला द्वारा टिकट की मांग और पदाधिकारियों पर लगाए गए आरोपों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हैरान कर दिया है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह पूरा घटनाक्रम विरोधियों की सुनियोजित चाल है, जिसका उद्देश्य बसपा के समर्पित पदाधिकारियों को बदनाम करना और पार्टी की छवि को नुकसान पहुँचाना है। ओम प्रकाश दिवाना जैसे पुराने और समर्पित कार्यकर्ता को दरकिनार कर नई उम्मीदवार की पैरवी करना संगठन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।
बसपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं से अपील की गई है कि वे विरोधियों की चालों से सतर्क रहें और संगठन की एकता को बनाए रखें। सर्वजनहितायजागरूक_यात्रा के माध्यम से जनता को जागरूक किया जा रहा है कि बहुजन आंदोलन को कमजोर करने की हर कोशिश का डटकर मुकाबला किया जाए।
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